यमुना के जहरीले व झागनुमा पानी में छठ पूजा के श्रद्धालुओं को करना पड़ा स्नान
नई दिल्ली। सूर्य देवता के पूजा के पर्व छठ पर दिल्लीवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। देश की राजधानी में छठ पूजा का पर्व शुरू हो गया है लेकिन इस बीच कालिंदी कुंज समेत कई घाटों से बेहद डरावनी फोटो सामने आई हैं। यमुना नदी में जहरीले झाग के बीच छठ पूजा के पहले दिन श्रद्धालुओं ने यमुना नदी में स्नान किया, वहीं एक श्रद्धालु महिला ने कहा कि यहां पानी बहुत गंदा है लेकिन छठ पूजा में नहाना पड़ता है इसलिए हम नहाने आए हैं।
छठ पूजा आज से शुरू हो गई है जबकि 9 नवंबर को खरना होगा। इस दिन छठ व्रती के साथ पूरा परिवार दूध-भात, गुड़ और केले का सेवन करते हैं। इसके बाद 10 नवंबर को अस्ताचल सूर्य देवता को पहले अर्घ्य दिया जाता है। इसके अगले दिन यानी 11 नवंबर को अहले सुबह उगते हुए सूर्य को अंतिम अर्घ्य दिया जाता है। सुबह के अर्घ्य के साथ ही छठ महापर्व का समापन होता है।
लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा 2021 की शुरुआत नहाय-खाए के साथ हो गई है। इस दौरान सबसे पहले छठ व्रती भगवान भास्कर का स्मरण कर भोग लगाती हैं। इसके बाद ही अन्य लोग इसका सेवन करते हैं। हालांकि देश की राजधानी में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कोरोना महामारी को देखते हुए इस साल यमुना नदी के किनारे छठ पूजा की अनुमति नहीं दी है। इस बीच यमुना नदी के एक अन्य घाट पर मौजूद श्रद्धालु महिला ने कहा कि यमुना का पानी बहुत गंदा है लेकिन छठ पूजा में नहाना पड़ता है, इसलिए हम नहाने आए हैं। हर तरफ झाग ही झाग दिखाई दे रहा है।