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Last Modified: शनिवार, 21 जुलाई 2018 (11:25 IST)

पीएम नरेंद्र मोदी रवांडा के राष्‍ट्रपति को तोहफे में देंगे 200 गायें

पीएम नरेंद्र मोदी रवांडा के राष्‍ट्रपति को तोहफे में देंगे 200 गायें - PM to visit rwanda
नई दिल्‍ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 जुलाई से 27 जुलाई तक रवांडा, युगांडा और दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर रहेंगे। मोदी अपने रवांडा दौरे के दौरान रवांडा के राष्‍ट्रपति पॉल कागामे को तोहफे के रूप में 200 गायें देंगे। पीएम मोदी इस दौरान जोहानिसबर्ग में ब्रिक्‍स सम्‍मेलन में भी हिस्‍सा लेंगे। इसमें अंतरराष्‍ट्रीय शांति और सुरक्षा समेत कई अंतरराष्‍ट्रीय महत्‍व के मुद्दों पर चर्चा होने की उम्‍मीद है।
 
 
प्रधानमंत्री मोदी जब रवांडा पहुंचेंगे तो रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागामे उनका स्वागत करेंगे। इस दौरान वह प्रतिनिधिमंडल स्तरीय बातचीत करेंगे। किगाली जीनोसाइड मेमोरियल में श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और व्यापार मंच को संबोधित करेंगे। इसके अलावा वह भारतीय समुदाय के लोगों से भी मिलेंगे। प्रधानमंत्री के दौरे की एक और महत्वपूर्ण बात रवेरू मॉडल गांव का दौरा कर रवांडा की ‘गिरिंका’ योजना के लिए 200 गायों तो तोहफे में देना है। प्रधानमंत्री मोदी 200 गाय रवांडा के राष्‍ट्रपति को तोहफे में देकर वहां भारत का सहयोग बढ़ाना चाहते हैं।
 
 
अधिकारियों के मुताबिक ये सभी गायें रवांडा की ही हैं। उन्‍हें वहीं पाला और बड़ा किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी जिस गिरिंका कार्यक्रम के तहत इन गायों को रवांडा के राष्‍ट्रपति को देंगे, उसका भी काफी महत्‍व है। गिरिंका शब्‍द का अर्थ भी होता है 'पास में एक गाय होना।' रवांडा के अधिकारियों के मुताबिक यह संस्‍कृति सदियों पुरानी है। इसके तहत पहले के दौर में भी लोगों को एक सूत्र में में बांधने का काम किया जाता था। इसके तहत गाय को एक से दूसरे परिवार तक पहुंचाया जाता है।
 
 
दरअसल यह कार्यक्रम रवांडा की सरकार चलाती है। सरकार की इस योजना के तहत गरीब परिवार को दी गई गाय से हुए बछड़े को उस परिवार के पड़ोसी को देना होता है। इससे गाय और डेयरी उत्‍पादों को लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलती है। 
 
 
इस योजना का मकसद है 'एक गरीब परिवार को एक गाय'। मतलब प्रत्‍येक गरीब परिवार को एक गाय देकर उन्‍हें थोड़ा सामर्थ्‍यवान बनाना है। रवांडा की सरकार ने यह कार्यक्रम वर्ष 2006 में लांच किया था। वहां की सरकार का दावा है कि इस योजना के तहत करीब 3.5 लाख परिवारों को फायदा पहुंचाया गया है। (एजेंसी)
 
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