संसद में मानसून सत्र की हंगामेदार शुरुआत, भीड़तंत्र की हिंसा पर हंगामा
नई दिल्ली। संसद के दोनों सदनों में बुधवार को मानसून सत्र शुरू हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सर्वदलीय बैठक में सभी दलों से सदन को अच्छे से चलाने की अपील की है।
लोकसभा में आज नए सांसदों को शपथ दिलाई गई। इस दौरान सदन में 'भारतमाता की जय' के नारे गूंजे। सांसदों के शपथ लेते ही विपक्ष ने प्रश्नकाल स्थगित कर भीड़तंत्र की हिंसा पर चर्चा मांग की। इस पर सदन में हंगामा शुरू हो गया।
संसद के दोनों सदनों में ट्रिपल तलाक, भगोड़ा कानून और मुस्लिम विवाह संरक्षण बिल समेत 67 बिल अटके हुए हैं। मानसून सत्र 10 अगस्त तक चलेगा। इनमें 6 दिन छुट्टी के हैं। अत: सरकार के पास अहम बिल पास कराने के लिए मात्र 18 दिन हैं।
मोदी ने विपक्षी दलों से कहा कि वे इस सत्र को सुचारु रूप से चलाने में सहयोग करें और सदन में होने वाली बहस को सार्थक बनाएं। बैठक में सभी दलों ने भी संसद को चलाने का भरोसा दिया। हालांकि पिछले कुछ सत्रों की तरह ही इस बार भी सदन में भारी हंगामे के आसार दिखाई दे रहे हैं।
कांग्रेस आज सदन में मोदी सरकार की विफलता सहित आंध्रप्रदेश को विशेष पैकेज को लेकर अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दे चुकी है। लोकसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सदन में अपनी पार्टी की ओर से प्रस्ताव रखेंगे। इस मामले में टीडीपी के तेवर पहले से ही सख्त हैं। वो लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस देगी।