जनरल बिपिन रावत और कल्याण सिंह को मरणोपरांत पद्म विभूषण, गुलाम नबी आजाद को मिलेगा पद्म भूषण
नीरज चोपड़ा को पद्मश्री
नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुत्व के पोस्टर बॉय दिवंगत कल्याण सिंह और हाल ही में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हुए भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत को मंगलवार को मरणोपरांत पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया जबकि कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद और पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री और माकपा नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
कोविड-19 रोधी टीका कोविशील्ड विकसित करने वाले सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साइरस पूनावाला और स्वदेशी कोरोना वायरस टीके कोवैक्सिन का उत्पादन करने वाली कंपनी भारत बायोटेक के कृष्णा इल्ला और सुचित्रा इल्ला को भी पद्म भूषण पुरस्कार दिया गया। कल्याण सिंह और जनरल रावत को मरणोपरांत देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से नवाजा गया।
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। दिवंगत पंजाबी लोक गायक गुरमीत बावा, अभिनेता विक्टर बनर्जी और पूर्व केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि को पद्मभूषण से सम्मानित किया गया है।
ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा और गायक सोनू निगम को पद्मश्री से सम्मानित किया गया। गृह मंत्रालय के अनुसार, राष्ट्रपति ने इस वर्ष दो दोहरे मामलों सहित 128 पद्म पुरस्कारों को प्रदान करने की मंजूरी दी। दोहरे मामले में, पुरस्कार की गणना एक के रूप में की जाती है। इस सूची में चार पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 107 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं। पुरस्कार पाने वालों में 34 महिलाएं हैं।
झाझरिया को पदम भूषण, चोपड़ा सहित 8 खिलाड़ियों को पद्मश्री
पैरालंपिक खेलों में 2 स्वर्ण पदक सहित 3 पदक जीतने वाले देवेंद्र झाझरिया को पद्मभूषण जबकि टोक्यो ओलिंपिक खेलों के चैंपियन नीरज चोपड़ा सहित 8 खिलाड़ियों को मंगलवार को पद्मश्री सम्मान के लिये चुना गया।
40 वर्षीय झाझरिया ने एथेंस पैरालंपिक 2004 और रियो पैरालंपिक 2016 में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीते थे जबकि पिछले साल तोक्यो पैरालंपिक में उन्होंने रजत पदक हासिल किया था।
चोपड़ा ने तोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था। वे ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले केवल दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं। उनसे पहले बीजिंग ओलिंपिक 2008 में निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने सोने का तमगा हासिल किया था।
पद्मश्री पाने वाले अन्य खिलाड़ियों में 20 साल की पैरा निशानेबाज अवनी लेखारा, पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत और पैरा भाला फेंक एथलीट सुमित अंतिल भी शामिल हैं। मार्शल आर्ट के एक स्वरूप कलारीपयट्टू की कला में माहिर 93 वर्षीय शंकरनारायण मेनन चुंडाइल, पूर्व अंतरराष्ट्रीय मार्शल आर्ट्स चैंपियन फैजल अली दार, भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान 67 वर्षीय ब्रहमानंद संकवालकर और महिला हॉकी खिलाड़ी 29 वर्षीय वंदना कटारिया को भी पदमश्री सम्मान के लिए चुना गया है।