नीतीश कुमार का फिर मुख्यमंत्री बनना तय, भाजपा का सपना मिलेगा धूल में
Bihar Assembly Election Results: बिहार विधानसभा चुनाव के शुरुआती रुझानों में एक बार तो तय हो गई है कि नीतीश कुमार राज्य में 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। दरअसल, चुनाव से पहले माना जा रहा था कि भाजपा उन्हें बिहार का 'एकनाथ' शिंदे बना सकती हैं। लेकिन, सीटों का जो समीकरण बना है उसके हिसाब से भाजपा का भी गणित पूरी तरह गड़बड़ा गया है। अब न चाहते हुए भाजपा को उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार करना ही होगा।
यहां गौर करने वाली बात यह है कि चुनाव से पहले जब भाजपा के दिग्गज नेता अमित शाह से पूछा गया था कि एनडीए के सत्ता में लौटने की स्थिति में राज्य का मुख्यमंत्री कौन होगा? इस पर शाह ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री पद का फैसला विधायक करेंगे। हालांकि बाद में राजनाथ सिंह ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की थी और कहा था कि नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री होंगे।
दरअसल, जदयू शुरुआती रुझानों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। आखिरी अपडेट के अनुसार जदयू 76 सीटों पर आगे थी, जबकि भाजपा 68 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। तेजस्वी यादव की पार्टी राजद 53 सीटों पर आगे चल रही है। ऐसी स्थिति में यदि भाजपा नीतीश के शायद कुछ गड़बड़ करने की कोशिश करेगी (अब संभव नहीं) तो नीतीश राजद के साथ जाकर भी सरकार बना सकते हैं। बिहार में एक बार फिर यथा स्थिति रहने की पूरी संभावना है। हालांकि यह भी तय है कि बिहार में अपना मुख्यमंत्री बनाने का भाजपा का सपना एक बार फिर टूटता दिख रहा है।
उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार ने पहली बार 3 मार्च 2000 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि बहुमत साबित न कर पाने के कारण केवल 7 दिनों में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। दूसरी बार 24 नवंबर 2005 को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के कारण नीतीश ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और जीतन राम मांझी सीएम बने थे। मांझी के हटने के बाद इन्होंने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। नीतीश कुमार नौवीं बार 28 जनवरी 2024 को मुख्यमंत्री बने थे। अब एक बार फिर उनका मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala