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Last Updated : गुरुवार, 21 अक्टूबर 2021 (08:24 IST)

Weather Update: मानसून की विदाई तय, कुछ दिन और बरसने के बाद 26 अक्टूबर को कहेगा अलविदा

Weather Update: मानसून की विदाई तय, कुछ दिन और बरसने के बाद 26 अक्टूबर को कहेगा अलविदा - Monsoon farewell set
नई दिल्ली। 1975 के बाद दूसरा मौका है, जब दक्षिण-पश्चिम मानसून देश में इतनी देर तक ठहरा हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार अगले सप्ताह 26 अक्टूबर को पूरे देश से यह मानसून विदा हो जाएगा और उत्तर-पूर्व मानसून की राह खुलेगी। वहीं मौसम विभाग ने इस सप्ताह के अंत में जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और बर्फबारी का अनुमान जताया है जिससे सतही और हवाई यातायात बाधित होने की आशंका है।

 
देश के कई हिस्सों में बारिश जारी : मौसम विभाग ने बुधवार को बताया कि उत्तर पश्चिम भारत से देरी से विदाई के बाद दक्षिण पश्चिम मानसून अभी देश के कुछ हिस्सों को भिगो रहा है। इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी 6 अक्टूबर से शुरू हुई थी। 1975 के बाद से यह दूसरी सबसे देरी से हुई वापसी है। इससे पहले 2019 में दक्षिण पश्चिम मानसून की वापसी नौ अक्टूबर को शुरू हुई थी। आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून 17 सितंबर से उत्तर पश्चिम भारत से वापसी करने लगता है।

 
केरल में 39 लोगों की मौत : स्काईमेट के अनुसार केरल में भारी बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ से 39 लोगों की मौत हो गई और 217 घर पूरी तरह से नष्ट हो गए। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने विधानसभा में बताया कि राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश के बाद कम से कम 6 लोगों का अब तक पता नहीं चल पाया है और 304 पुनर्वास शिविर खोले गए हैं। बाढ़ पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने और प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता मुहैया कराने के संकल्प के बाद विधानसभा अध्यक्ष एम बी राजेश ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
 
कम दबाव का क्षेत्र बिहार और आसपास के क्षेत्र पर बना हुआ है, इससे संबंधित चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। उत्तरप्रदेश के मध्य भाग पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा मध्य उत्तरप्रदेश पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से बिहार के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र तक फैली हुई है। एक ट्रफ रेखा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से दक्षिण तटीय तमिलनाडु तक फैली हुई है।
 
एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ 22 अक्टूबर से पश्चिमी हिमालय और 23 अक्टूबर से उत्तर पश्चिमी भारत के आसपास के मैदानी इलाकों तक पहुंचने की उम्मीद है। पिछले 24 घंटों के दौरान, सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में मध्यम से भारी बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश हुई। असम, मेघालय, अरुणाचलप्रदेश और पूर्वी उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। शेष पूर्वोत्तर भारत, बिहार के कुछ हिस्सों, मध्य और पूर्वी उत्तरप्रदेश, तटीय ओडिशा और तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
 
तटीय आंध्रप्रदेश, केरल, लक्षद्वीप दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हुई। अगले 24 घंटों के दौरान, सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, अरुणाचलप्रदेश, मणिपुर, नागालैंड, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और पूर्वी बिहार के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। गंगीय पश्चिम बंगाल, शेष पूर्वोत्तर भारत और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। बिहार के शेष हिस्सों, तटीय आंध्रप्रदेश, तटीय ओडिशा के कुछ हिस्सों, पूर्वी उत्तरप्रदेश की तलहटी, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश संभव है।
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