मोहम्मद कैफ ने इमरान को लगाई लताड़, बोले- बन गए हैं आतंकियों के हाथों की कठपुतली
नई दिल्ली। अक्सर भारतीय क्रिकेटर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को आईना दिखाते रहते हैं। दुनियाभर में कश्मीर का राग अलाप रहे पाकिस्तान की चाल और उसका चरित्र दुनिया के सामने है। यूएन में इमरान ने अपने भाषण में कहा था कि आतंक का कोई धर्म नहीं होता है। इसी भाषण को लेकर भारत के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने उन्हें करारा जवाब दिया है। उन्होंने इमरान को लताड़ लगाते हुए कहा कि वे आतंकियों के हाथों की कठपुतली बन गए हैं।
कैफ ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान आतंकियों के लिए उपजाऊ जमीन बन गया है। कैफ ने अपने ट्वीट में कहा कि 'हां, आपका देश आतंकियों का ब्रीडिंग ग्राउंड है। यूएन में आपकी स्पीच बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण थी। क्रिकेटर से पाकिस्तानी आर्मी की कठपुतली बनना आपकी छवि को धूमिल करने वाला है।' भारतीय क्रिकेटरों मोहम्मद शमी, हरभजन सिंह और इरफान पठान ने इमरान के संयुक्त राष्ट्र में दिए भाषण की आलोचना की थी।
यूएन में क्या कहा था इमरान ने? : संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने बेहद ही भड़काऊ भाषण दिया था। इमरान ने भारत को परमाणु युद्ध की धमकी भी दी थी। इसके बाद कई भारतीय क्रिकेटरों ने इमरान खान की जमकर आलोचना की थी।
एंकर ने इमरान को कहा था वेल्डर : इमरान ने अमेरिकी न्यूज चैनल को दिए एक इंटरव्यू में न्यूयॉर्क की सड़कों को खराब बताया था। उन्होंने चीन की सड़कों की तारीफ की थी। इमरान की इस टिप्पणी पर न्यूज एंकर ने कहा कि आप किसी देश के प्रधानमंत्री की तरह नहीं बल्कि ब्रॉन्क्स के एक वेल्डर की तरह बात कर रहे हैं और खुद को परेशान करने के नए तरीके निकालते रहते हैं।
गांगुली ने बताया था घटिया : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भी इमरान खान के भाषण को बेहद घटिया कहा था। गांगुली ने कहा था कि 'इमरान अब वे नहीं हैं जिन्हें दुनिया जानती थी।' गांगुली ने यह बात वीरेंद्र सहवाग के ट्वीट के जवाब में कही थी। वीरेंद्र सहवाग ने एक वीडियो ट्वीट किया था जिसमें एक अमेरिकी न्यूज चैनल का एंकर इमरान खान का मजाक बना रहे थे।
सौरव गांगुली ने लिखा था कि 'वीरू, मुझे झटका लगा कि कोई ऐसा भाषण कैसे दे सकता है। दुनिया को शांति चाहिए, पाकिस्तान को इसकी सबसे ज्यादा आवश्यकता है और उनका नेता ऐसी घटिया बातें बोल रहा है। इमरान अब वे नहीं हैं जिसे दुनिया जानती थी। बहुत ही बेकार भाषण।'