शुक्रवार, 19 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Kirti Azad can join TMC
Written By
Last Modified: मंगलवार, 23 नवंबर 2021 (10:04 IST)

कांग्रेस को बड़ा झटका, TMC में शामिल होंगे कीर्ति आजाद

कांग्रेस को बड़ा झटका, TMC में शामिल होंगे कीर्ति आजाद - Kirti Azad can join TMC
नई दिल्ली। दिल्ली में आज कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद ममता बनर्जी की उपस्थिति में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। इसे कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
 
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज दिल्ली दौरे पर हैं। इस दौरान वे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात कर सकती हैं। कीर्ति आजाद के TMC में शामिल होने की खबरों ने दिल्ली की सियासत को गरमा दिया है।
 
जानिए कौन हैं कीर्ति आजाद : विश्व कप विजेता क्रिकेट टीम का हिस्सा रह चुके कीर्तिवर्धन भागवत झा आजाद को लोग कीर्ति आजाद के नाम से जानते हैं। कीर्ति आजाद ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1993 में बीजेपी विधायक के रूप में दिल्ली की गोल मार्केट विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर की।
 
प्रारंभिक जीवन : कीर्ति आजाद का जन्‍म 2 जनवरी 1959 को बिहार के पुरनिया में हुआ था। आजाद ने दिल्‍ली यूनिवर्सिटी से इतिहास में स्‍नातक किया है।
 
पारिवारिक पृष्‍ठभूमि : कीर्ति आजाद के पिता का नाम भगत झा आजाद है, जो बिहार के मुख्‍यमंत्री रह चुके हैं। आजाद के परिवार में पत्‍नी पूनम और दो बच्‍चे पुत्र सूर्या और पुत्री सौम्‍या हैं। 
 
करियर : वे क्रिकेट के अंतरराष्‍ट्रीय खिलाड़ी रह चुके हैं और खेल गतिविधियों को प्रोत्‍साहन देने वाली संस्‍थाओं से जुड़े हुए हैं। 1983 में वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्‍य रहे हैं कीर्ति आजाद।
 
राजनीतिक पृष्‍ठभूमि : उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1993 में बीजेपी विधायक के रूप में दिल्ली की गोल मार्केट विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर की। 1993 से 1998 तक वे दिल्‍ली विधानसभा के सदस्‍य रहे। 1999 में वे लोकसभा चुनाव में निर्वाचित हुए। 
 
2009 में वे लोकसभा चुनावों में दोबारा विजयी रहे। 31 अगस्‍त 2009 को उन्‍हें मानव संसाधन विकास समिति का सदस्‍य मनोनीत किया गया। इसके बाद 9 जून 2013 से उन्‍हें गृह समिति का सदस्‍य भी बनाया गया।

बीजेपी नेता अरुण जेटली से विवाद के बाद वे 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे। 2019 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वे दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में है।
ये भी पढ़ें
धनबाद में दर्दनाक हादसा, एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत