नेहरू के भारत में सांसदों पर हत्या के मामले, बयान पर सिंगापुर के उच्चायुक्त तलब
विदेश मंत्रालय ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सियन लूंग द्वारा संसद में की गई 'अवांछनीय' टिप्पणी पर ऐतराज जताते हुए सिंगापुर के उच्चायुक्त को गुरुवार को तलब किया। सूत्रों के अनुसार भारत ने सिंगापुर के राजनयिक से उनके प्रधानमंत्री द्वारा की गई टिप्पणी पर स्पष्टीकरण मांगा है।
प्रधानमंत्री ली ने कहा था कि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नेहरू के भारत में लोकसभा के करीब आधे सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं और इनमें बलात्कार और हत्या के मामले भी शामिल हैं, हालांकि उन्होंने साथ में यह भी कहा कि यह भी कहा जाता है कि इनमें से अनेक मामलों में राजनीति से प्रेरित आरोप लगाए गए हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा, सिंगापुर के प्रधानमंत्री की ओर से की गई टिप्पणी गैरजरूरी थी। हम इस बयान पर सख्त आपत्ति दर्ज कराते हैं। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को इस मामले को सिंगापुर के उच्चायुक्त के सामने उठाया और प्रधानमंत्री के बयान को गैरजरूरी करार दिया।
गौरतलब है कि भारत और सिंगापुर के बीच मधुर संबंध हैं। पिछले वर्ष अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रोम में जी-20 देशों के सम्मेलन के दौरान सिंगापुर के प्रधानमंत्री से मुलाकात भी की थी। बाद में उन्होंने ट्वीट कर भी कहा था कि उनकी मुलाकात बहुत अच्छी रही।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश का ट्वीट : कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने एक ट्वीट के साथ सिंगापुर के प्रधानमंत्री के भाषण का वीडियो साझा करते हुए कहा है कि सिंगापुर के प्रधानमंत्री ने संसदीय लोकतंत्र और विमर्श के संबंध में पंडित नेहरू का उदाहरण दिया है, जबकि हमारे प्रधानमंत्री संसद और उसके बाहर हमेशा पंडित नेहरू को बदनाम करते रहते हैं।