उत्तराखंड में मूसलधार बारिश, 11 लोगों की मौत, सड़कों पर नदियां बह निकलीं
देहरादून। उत्तराखंड में मूसलधार बारिश के दौरान देहरादून जिले में 11 लोगों की मौत हो गई, वहीं कई मवेशी बह गए हैं। साथ ही कई मार्ग मलवा आने के कारण अवरुद्ध हो गए हैं।
मंगलवार देर रात से शुरू हुई बारिश के कारण एक मकान के ध्वस्त होने से एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। वहीं अलग-अलग स्थानों पर नदियों में बहने से तीन की मौत हो गई। भारी बारिश के दौरान देहरादून की सड़कों ने नदी का रूप ले लिया, जिसमें कई दोपहिया वाहन भी बह गए।
रिस्पना नदी के किनारे कई घरों में पानी घुसने के साथ दीवार ध्वस्त होने की भी सूचना है। कुमाऊं के पिथौरागढ़ में राम गंगा नदी में बागेश्वर जिले को जोड़ने वाला झूला पुल बह गया। साथ ही दो वाहन के बहने की सूचना है। गढ़वाल और कुमाऊं में भारी बारिश के कारण कई मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं।
देहरादून में रात करीब दो बजे से लगातार मूसलधार बारिश से कई इलाकों में जलभराव के कारण घरों और दुकानों में पानी घुस गया। एमडीडीए की भगतसिंह कॉलोनी में लोग घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थान को पहुंचे। एसडीआरएफ और प्रशासन की टीम राहत कार्य में जुटी हैं।
दो बड़ों और दो बच्चों की मौत : देहरादून के ही सीमाद्वार स्थित शास्त्रीनगर में मकान के ध्वस्त होने से मलबे में दबकर चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों में दंपति और दो बच्चे शामिल हैं। इसी घटना में दो अन्य भी घायल हुए। मृतकों के शव के साथ ही घायलों को भी मलबे से निकाल लिया गया। यह सभी बिहार के दरभंगा जिले के मूल निवासी हैं।
सहसपुर क्षेत्र में ग्राम छरबा में शीतला नदी के रपटे को पार कर रहे व्यक्ति की बहने से मौत हो गई। सहसपुर पुलिस ने पानी के तेज बहाव में बह रहे व्यक्ति के शव को निकाल लिया। मृतक की पहचान अब्दुल अजीज (65) पुत्र मखदूम निवासी ग्राम छरबा थाना सहसपुर देहरादून के रूप में हुई। वह आम के बाग में चौकीदारी करता था और सुबह बाग में जा रहा था।
थाना नेहरू कॉलोनी अंतर्गत मोथरोवाला क्षेत्र में दौड़वाला के पास रिस्पना नदी में एक व्यक्ति का शव पड़ा होने की सूचना पर पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा। पता चला है की उक्त व्यक्ति राजेश पुत्र बलदेव बलवीर रोड, डालनवाला निवासी है। वह रिस्पना नदी के तेज बहाव की चपेट में आने से बह गया था।
वहीं, थाना रायपुर क्षेत्र में नफीस अहमद (50) पुत्र मुस्तफा अहमद निवासी एलआईजी ब्लॉक एमडीडीए कालोनी रिस्पना के तेज बहाव में बह गए। सूचना पर पुलिस ने रेस्क्यू अभियान चलाया और थाना क्लेमंटाउन क्षेत्र में दूधली गांव से शव बरामद किया गया।
देहरादून में ही बिंदाल पल के पास जलभराव से पांच मवेशियों की मौत हो गई। प्रेमनगर के कोटला संतूर में नदी का बहाव बढ़ने से मजदूरों की चार झोपड़ियां बह गईं। यहां कोई जनहानि की सूचना नहीं है। पुलिस कंट्रोल रूप से मिली सूचना के मुताबिक दून स्कूल की दीवार, गढ़वाल यूनिवर्सिटी की पुलिया भी टूट गई।
देहरादून के वसंत विहार स्थित हिल व्यू कालोनी में एशियन स्कूल के पास जलभराव हो गया। इस दौरान दीवार ढह गई। ओएनजीसी से मदद मांगने पर सीआईएसएफ की दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचकर पानी निकालने के कार्य में जुटी हैं। मसूरी-चकराता राष्ट्रीय राजमार्ग, कैंप्टीफॉल और कांडीखाल के पास सड़क पर मलबा आने से बंद हो गया।
देहरादून के जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने बुधवार को तेज आंधी और बारिश की आशंका के मद्देनजर जिले में स्थित समस्त आंगनवाड़ी केंद्रों और कक्षा एक से कक्षा 12 तक के समस्त स्कूलों का अवकाश घोषित कर दिया है। कुमायूं मंडल में पिथौरागढ़ के तल्लाजोहार क्षेत्र में नाचनी में उफनाई रामगंगा नदी में बागेश्वर को जोड़ने वाला 70 मीटर स्पान का झूलापुल बह जाने की सूचना है। पुल के पास खड़ी जेसीबी सहित दो वाहन नदी में बह गए हैं।
नदी किनारे रहने वाले लोगों ने सुरक्षित स्थानों में शरण ली है। मुनस्यारी, मदकोट, तल्ला, जोहार का संपर्क भी अन्य इलाकों से कट गया। मुनस्यारी थल सहित क्षेत्र के सभी मार्ग बंद हैं। राम गंगा नदी बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले की सीमा पर बहती है। नाचनी के बाद पिथौरागढ़ जिले में बहती है। थल में नदी के जल स्तर बढ़ने से पेयजल टैंक डूब गया है। पुलों को खतरा बना है। उधर गोरिछाल क्षेत्र में भी बरसात का पानी आने से भारी तबाही की सूचना है। (वार्ता)