farmers protest 2024 : शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले, चारों तरफ अफरातफरी
- आंदोलन के 9वें दिन किसानों का दिल्ली चलो मार्च
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सरकार ने रखा 5वें दौर की बातचीत का प्रस्ताव
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प्रस्ताव पर चर्चा के लिए आंदोलनकारी किसानों की बैठक
Farmers Protest 2024 : हरियाणा के सुरक्षा कर्मियों ने कुछ युवा किसानों द्वारा बुधवार को पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर कई चरणों वाले अवरोधकों की ओर बढ़ने के बाद आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद किसानों में अफरातफरी मच गई। कई किसान आंसू गैस के गोलों से बचने के लिए इधर-उधर भागते दिखे।
पंजाब और हरियाणा के बीच 2 सीमा बिंदुओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बुधवार सुबह एक बार फिर अपना दिल्ली चलो मार्च शुरू किया। हालांकि कुछ ही देर में कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसानों के समक्ष 5वें दौर की बातचीत का प्रस्ताव रखा। अब किसान इस पर प्रस्ताव को लेकर चर्चा कर रहे हैं।
इस बीच हरियाणा पुलिस की प्रवक्ता मनीषा चौधरी ने कहा कि हरियाणा पुलिस किसानों द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुए भारी मशीनरी जैसे जेसीबी, पोकलेन आदि का प्रयोग न करने की घोषणा का स्वागत करती है। हरियाणा पुलिस की अपील- प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर ट्राली का प्रयोग ना करें और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें।
इससे पहले किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसान शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली की ओर आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा इरादा शांति भंग करने का नहीं है।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी नीत केन्द्र सरकार पर किसानों की मांगों के संबंध में देरी की नीति अपनाने का आरोप लगाया और सरकार से किसानों के पक्ष में फैसला लेने की अपील की। उन्होंने किसानों को दिल्ली की ओर जाने से रोकने के लिए पंजाब और हरियाणा के बीच कई स्थानों पर जगह-जगह अवरोधक लगाने के लिए भी केन्द्र सरकार की आलोचना की।
डल्लेवाल ने शंभू सीमा पर संवाददाताओं से कहा कि हम अनुरोध करते हैं कि हम शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली जाना चाहते हैं। सरकार को अपने आप ही अवरोधक हटाने चाहिए और हमें दिल्ली की ओर बढ़ने और दिल्ली में हमारे बैठने के इंतजाम करने चाहिए।
उल्लेखनीय है कि सरकारी एजेंसियों द्वारा पांच साल तक दालें, मक्का और कपास न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदने के केंद्र के प्रस्ताव को खारिज करने के बाद वे अपना आंदोलन फिर से शुरू कर रहे हैं।
हजारों किसानों ने 13 फरवरी को दिल्ली की ओर मार्च शुरू किया था। इन किसानों को हरियाणा सीमा पर ही रोक दिया गया था, जहां उनकी सुरक्षाकर्मियों से झड़प हुई थी। किसान तब से हरियाणा के साथ लगती पंजाब की सीमा पर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं।
Edited by : Nrapendra Gupta