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Last Updated : बुधवार, 14 जून 2023 (00:02 IST)

Biparjoy Cyclone : क्या मानसून खराब कर सकता है बिपरजॉय चक्रवात? IMD ने दिया जवाब

Biparjoy Cyclone : क्या मानसून खराब कर सकता है बिपरजॉय चक्रवात? IMD ने दिया जवाब - Effect of Cyclone Biparjoy on Monsoon
नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को कहा कि चक्रवात 'बिपारजॉय' मानसून के प्रवाह से पूरी तरह अलग हो चुका है और वह वर्षा करने वाली इस प्रणाली या उसके प्रदर्शन पर कोई बुरा असर नहीं डालेगा। आईएमडी प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने यहां कहा कि चक्रवात ने अरब सागर के ऊपर भमध्य रेखा के पार प्रवाह बढ़ाकर मानसून को प्रायद्वीप के दक्षिणी हिस्सों में आगे बढ़ने में मदद पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि अब यह मानूसन प्रवाह से बिल्कुल अलग हो गया है। हमें मानसून के आगे बढ़ने या उसके प्रदर्शन पर चक्रवात द्वारा बड़े पैमाने पर असर डालने की उम्मीद नहीं है।
वैज्ञानिकों ने पहले कहा था कि चक्रवात ने नमी एवं संवहन खींच लिया है तथा मानसून की तीव्रता पर असर डाला है एवं केरल में मानसूनी वर्षा में देरी हुई है। मौसम वैज्ञानिकों ने कहा था कि प्रायद्वीप के दक्षिणी हिस्सों से मानसून चक्रवात के बीत जाने के बाद ही आगे बढ़ेगा।
मानसून अपने सामान्य निर्धारित समय से करीब 1 सप्ताह बाद 8 जून को भारत में केरल पहुंचा था। अनुसंधान से पता चलता है कि केरल पर मानसून के फैलने में देरी के कारण जरूरी नहीं है कि उत्तर-पश्चिम भारत में भी मानसून में देरी हो।

तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना : अहमदाबाद आईएमडी की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा कि चक्रवात के 15 जून की शाम को 125-135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ जखाऊ बंदरगाह के पास कच्छ में मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच पार करने की संभावना है। उन्होंने कहा कि सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के तटीय हिस्सों, खासकर कच्छ, पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिलों में तेज हवाओं के साथ बेहद भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
 
मोहंती ने कहा कि चक्रवात के दस्तक देने और कमजोर होने के बाद, इसके उत्तर-पूर्व और दक्षिण राजस्थान की ओर बढ़ने की आशंका है। इस वजह से 15-17 जून तक उत्तर गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश होगी।
 
उन्होंने कहा कि समुद्र के अशांत होने और आने वाले चक्रवात के कारण क्षेत्र में अत्यधिक भारी वर्षा के मद्देनजर मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों को 16 जून तक निलंबित कर दिया गया है, बंदरगाह बंद हैं। मोहंती ने कहा कि समुद्र 14 जून तक बहुत अशांत रहेगा, 15 जून को इसका स्तर और बढ़ जाएगा।

7 लोगों की मौत : 15 जून को जब यह गुजरात तट से टकराएगा तो 150 किमी/घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। तूफान के चलते गुजरात और मुंबई के तटीय इलाकों में आंधी-बारिश का दौर जारी है, जिसमें 7 लोगों की मौत की खबर है। उधर, मंगलवार शाम को नवी मुंबई में बारिश शुरू हो गई।
 
30 हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया : कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के निकट शक्तिशाली चक्रवात 'बिपारजॉय' के संभावित आगमन से 2 दिन पहले अधिकारियों ने मंगलवार को तटीय क्षेत्रों से करीब 30,000 लोगों को अस्थायी आश्रय स्थलों में स्थानांतरित कर दिया।
 
गृहमंत्री ने ली बैठक : चक्रवात के मद्देनजर तैयारियों का जायजा लेने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक में, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात सरकार से संवेदनशील स्थानों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाने की व्यवस्था करने और बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य तथा पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाएं सुनिश्चित करने को कहा।
 
बैठक में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, 2 केंद्रीय मंत्रियों, गुजरात के कई मंत्रियों और चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका वाले आठ जिलों के सांसद, विधायक और अधिकारियों ने भाग लिया।  Edited By : Sudhir Sharma
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