लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि कुछ लोगों की कुत्सित सोच के कारण राम की अयोध्या के साथ सदियों तक बहुत अन्याय हुआ है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा और अयोध्या को उसका गौरव मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने अयोध्या में आयोजित 'दिव्य दीपोत्सव' में श्रीराम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक करने के बाद कहा कि आज जिस अयोध्या में दीपोत्सव मनाया जा रहा है, तीन वर्ष पहले तक कुछ लोगों को अयोध्या का नाम लेने से डर लगता था। उन्होंने कहा कि अब सब बदल गया है, लोग अयोध्या आना चाहते हैं। इस बार हमने 5.51 लाख दीप अयोध्या में जलाए हैं, अब अगले साल 7.51 लाख दीपकों से अयोध्या रोशन होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हर पुण्यस्थली को प्रतिष्ठापित करेंगे। श्रद्धालु हो या पर्यटक सभी की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाएगा। कुछ वर्ष पूर्व तक सरकारें पंचकोसी, 14 कोसी और 84 कोसी जैसी यात्राओं पर रोक लगाती थीं, आज यहां सुविधाओं की बढ़ोतरी की जा रही है। यह हमारी अस्मिता से जुड़ा विषय है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मार्गदर्शन और रणनीति' से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का पांच सदी का संकल्प पूरा होते हुए दुनिया देख रही है। उन्होंने कहा कि 'प्रधानमंत्री मोदीजी के मार्गदर्शन और रणनीति से दुनिया पांच सदी का वह संकल्प पूरा होते हुए देख रही है, जिसकी हमारी कई पीढ़ियों को प्रतीक्षा थी। मैं प्रधानमंत्री को उन पीढ़ियों की तरफ से भी आभार प्रकट करता हूं। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हाथों से राम मंदिर का शिलान्यास करके उस काम को आगे बढ़ाया है जिसका इंतजार आजादी के बाद से पूरे देश को था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या दीपोत्सव, राम राज्य की संकल्पना को आगे बढ़ाने की दिशा में एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि रामराज्य, भेदभावरहित समरस समाज का द्योतक है। केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों का आधार यही रामराज है। उज्ज्वला योजना, सौभाग्य योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय निर्माण जैसे प्रयास जाति, धर्म, पंथ, मजहब से परे, समान भाव से सभी के जीवन में उजियारा भर रहे हैं। कोरोनाकाल में जन सेवा का कार्य और तत्परता से किया गया।
योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में समवेत प्रयास से हम भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक सम्पन्नता को विश्व पटल पर प्रतिष्ठित करेंगे। उन्होंने कहा कि फिजी, थाईलैंड, जापान, नेपाल को अयोध्या से जोड़कर अयोध्या को वैश्विक पटल पर लाने की कोशिश की गई और अब यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बन रहा है।
योगी ने कहा कि संतगण के निर्देशन में अयोध्या को विश्व स्तर पर ब्रान्डिंग की जाएगी। वन गमन पथ पर तब श्रीराम को कष्ट सहना पड़ा था, पर उत्तर प्रदेश सरकार 'राम वन गमन पथ' को संवारने का काम करा रही है, आने वाले समय में अयोध्या से चित्रकूट तक साढ़े तीन घंटे में ही पहुंचा जा सकेगा।
उत्साह से भरे माहौल में 'जय श्री राम' के नारों के बीच मुख्यमंत्री ने अयोध्या के बहुमुंखी विकास के लिए जारी और भावी परियोजनाओं के बारे में भी जानकारी दी।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस मौके पर प्रदेश वासियों को दीप पर्व की बधाई देते हुए राम को भारतीय अस्मिता का प्रतीक बताया। उन्होंने उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा जनहित में किए जा रहे कार्यों की सराहना भी की। इससे पहले उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने स्वयं को श्रृंगवेरपुर का बताते हुए खुद को राम सेवक बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा दीपोत्सव के आयोजन को जनआकांक्षाओं का प्रतिबिम्ब कहा। (भाषा)