सोशल मीडिया बनेगा चुनाव का ‘वर्चुअल’ अखाड़ा, राजनीतिक पार्टियां झौंकेंगी अपनी ‘डिजिटल ताकत’
दुनिया में रुक गए इलेक्शन, अंतरिक्ष मिशन, ओलंपिक, विंबलडन से लेकर ब्यूटी कॉन्टेस्ट जैसे इवेंट, भारत के बिहार में चुनाव क्यों?
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मोदी-शाह और नीतीश कुमार ने 6 महीने पहले ही कर ली वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, वर्चुअल सभाओं की तैयारी
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बिहार विधानसभा की दूसरी पार्टियां भी लड़ेंगी सोशल मीडिया पर चुनाव
अब आने वाले समय में कभी शायद सड़क पर किसी पार्टी का कार्यकर्ता हाथ में झंडा या अपनी पार्टी का कोई चिन्ह लेकर खड़ा नजर न आएं। क्योंकि उस वक्त वो कार्यकर्ता फेसबुक, ट्विटर या इंस्टाग्राम पर पार्टी का प्रचार और उसका घोषणा पत्र वायरल करने में व्यस्त होगा।
ठीक इसी तरह उस पार्टी का उम्मीदवार अपने चुनाव मुख्यालय में लैपटॉप पर बैठकर ट्विटर और फेसबुक पर नजर रखेगा।
दरअसल, कोरोना वायरस ने दुनिया के ज्यादातर हिस्सों को ‘वर्चुअल’ बना दिया है। जाहिर से इससे इलेक्शन भी अछूता नहीं रहा है। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ यह भी तय हो चुका है कि यह चुनाव सोशल मीडिया पर लड़ा जाएगा।
कोरोना की वजह से वर्चुअल बैठकें, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और अन्य सेमिनार की रिहर्सल तो इन दिनों होती ही रही है, ऐसे में कोई बड़ी बात नहीं कि शहर की किसी गली या मोहल्ले में अब कोई नेता हाथ जोड़कर वोट मांगता नजर न आए।
कहना गलत नहीं होगा कि अब सोशल मीडिया की वॉल भारतीय चुनावों के लिए मैदान की तरह होगी।
सोशल मीडिया की ‘छल’ से भरी ‘ताकत’
दरअसल, आज सोशल मीडिया जनमत हासिल करने का एक शक्तिशाली उपकरण बन चुका है। याद कीजिए उत्तर प्रदेश विधानसभा के वो दिन जब एक बड़ी राष्ट्रीय पार्टी ने शर्त रखी थी कि टिकट उम्मीदवारी चाहिए तो फेसबुक पर कम से कम 25 हज़ार लाइक्स होना चाहिए। यह रियल टाइम खबरों का दौर है। एक फेक न्यूज एक ही पल में लाखों लोग शेयर कर देते हैं। प्रति सेकंड ट्वीट और री-ट्वीट होता है।
कई बार तो किसी का निजी प्रोपगेंडा ही सच मानकर जमकर वायरल किया जाता है और वहीं सत्य बन जाता है। जिन चीजों का कहीं कोई अस्तित्व ही नहीं है, उन्हें इतनी बार दोहराया जाता है कि वही सच मान लिया जाता है। जनता इस भ्रम और छलावे में आ जाती है।
वर्चुअल रैली-लाइव में झौंकी शाह-मोदी ने ताकत
जानकर हैरानी होगी कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर तैयारी की समीक्षा चार महीने पहले ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कर ली है। कैसे प्रचार होगा, वर्चुअल रेलियां कैसे, कब और कहां आयोजित होगीं इसकी पूरी तैयारी है। फेसबुक, ट्विटर, यू-ट्यूब और दलों के वेब पेज समेत डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, नीतीश कुमार और दूसरे तमाम नेताओं की वर्चुअल रैली लाइव देखी जाएगी। मोदी की तो 10 से 23 सितंबर के बीच इस चुनाव के लिए 6 वर्चुअल रेलियां और चुनावी सभाएं आयोजित हो चुकी हैं।
कुल मिलाकर इस विधानसभा में भाग लेने वाली पार्टियों ने अपनी पूरी ‘डिजिटल ताकत’ झौंकने की तैयारी कर रखी है।
इन देशों में यह सब रुक गया, तो भारत में चुनाव क्यों
बता दें कि जहां कोरोना ने दुनिया के कई देशों को वर्चुअल लाइफ की तरफ धकेला है, वहीं दुनिया में कई ऐसे इवेंट थे, जिन्हें स्थगित कर दिया गया है। लेकिन भारत में बिहार चुनाव पर कोई असर नहीं हुआ है।
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कोरोना से लगभग मुक्त हो चुके न्यूजीलैंड में अचानक महामारी के फिर से शुरू हो जाने की वजह से आम चुनावों को आगे बढ़ा दिया गया है।
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बोलिविया में आम चुनाव, इथियोपिया में संसदीय चुनाव, ईरान में संसदीय चुनाव और सोमालिया में संसदीय चुनाव शामिल हैं।
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2020 के ओलंपिक खेल 24 जुलाई से नौ अगस्त 2020 के बीच जापान की राजधानी टोक्यो में होने थे। नई तारीख के अनुसार अब खेल टोक्यो में ही 2021 में होंगे, लेकिन उन्हें टोक्यो 2020 ही कहा जाएगा।
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विंबलडन का आयोजन 29 जून से 12 जुलाई के बीच होना था, लेकिन अप्रैल में इसके रद्द होने की घोषणा कर दी गई। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह पहली बार है जब विंबलडन रद्द हुआ है।
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फ्रेंच ओपन का आयोजन 24 मई से 7 जून तक होना था, लेकिन महामारी की वजह से इसे आगे बढ़ा दिया गया था। अब इसका आयोजन 27 सितंबर से 11 अक्टूबर तक होना है।
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भारत के पहले मानवरहित अंतरिक्ष मिशन गगनयान की शुरुआत में कोरोना वायरस की वजह रुक सकता है। मिशन के पहले चरण की शुरुआत दिसंबर 2020 के लिए निर्धारित थी, लेकिन अब शायद यह न हो पाए।
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इंटरटेनमेंट जगत के कार्यक्रमों पर भी असर पड़ा है। यूरोप की लोकप्रिय संगीत प्रतियोगिता यूरो विजन 2020 का आयोजन नीदरलैंड्स में मई में होना था। लेकिन इस साल इस प्रतियोगिता के 64 सालों के इतिहास में पहली बार इसे रद्द कर दिया गया है।
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मिस वर्ल्ड और मिस यूनिवर्स जैसी सौंदर्य प्रतियोगिताएं भी महामारी की भेट चढ़ गई हैं। जहां मिस वर्ल्ड और मिस इंटरनेशनल 2020 के लिए रद्द ही कर दी गई हैं, मिस एशिया पैसिफिक को अनिश्चितकाल काल के लिए आगे बढ़ा दिया गया है और मिस यूनिवर्स की अगली तारीख की अभी तक घोषणा नहीं की गई है।