• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Apart from Ayodhya, there are many famous Ram temples in the country
Last Modified: शनिवार, 7 जून 2025 (14:05 IST)

अयोध्या के अलावा भी हैं देश में कई प्रसिद्ध राम मंदिर

ayodhya ram mandir
Ayodhya Ram Mandir : अयोध्या धाम में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने अवतार लिया था और यहीं इनकी जन्मभूमि भी है जिसके लिए 500 वर्षों से अधिक के लम्बे संघर्ष और राम भक्तों के बलिदान के बाद भव्य मंदिर बना और 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। इस भव्य दृश्य को पूरी दुनिया ने देखा। अयोध्या का राम मंदिर में श्रीराम अपने बाल स्वरूप में विराजमान हैं। वहीं, मंदिर की प्रथम मंजिल पर राजा राम मां सीता, हनुमान और अपने भाइयों के साथ विराजित हैं। 
 
हालांकि अयोध्या के अलावा भी देश में रामजी के कई प्रसिद्ध मंदिर हैं, जहां श्रद्धालुओं की भीड़ काफी उमड़ती है। आइए जानते हैं, ऐसे ही राम मंदिर के बारे में... 
 
ओरछा के राम राजा सरकार : ओरछा (मध्य प्रदेश) में रामजी का प्रसिद्ध मंदिर है। उन्हें राम राजा सरकार कहा जाता है क्योंकि उन्हें यहां राजा के रूप में ही पूजा जाता है। यहां उन्हें प्रतिदिन गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया जाता है। मकर संक्रांति, वसंत पंचमी, शिवरात्रि, राम नवमी, कार्तिक पूर्णिमा और विवाह पंचमी जैसे कुछ महत्वपूर्ण अवसरों पर ओरछा आने वाले भक्तों की संख्या हजारों में होती है।
 
त्रिप्रायार श्रीराम मंदिर : त्रिशूर (केरल) में स्थित है त्रिप्रायार श्रीराम मंदिर। यह मंदिर भगवान श्री राम को समर्पित है। इस मंदिर की ऐसी मान्यता है कि रामजी की पूजा करने श्रीकृष्णा स्वयं आते हैं। 
 
काला राम मंदिर : पंचवटी क्षेत्र में भी एक प्रसिद्ध राम मंदिर स्थित है। यह मंदिर 'काला राम' मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। इस मंदिर में भगवान राम की काली मूर्ति स्थापित है। पेशवा के सरदार रंगराव ओढ़ेकर द्वारा यह मंदिर 1782 में नागर शैली में निर्मित कराया गया था, जो लगभग 1788 ईस्वी में बनकर तैयार हुआ था। ऐसी मान्यता है कि साधुओं को अरुणा-वरुणा नदियों में श्रीराम की मूर्ति प्राप्त हुई थी।   
 
सीता रामचंद्र स्वामी मंदिर: चौथा प्रसिद्ध राम मंदिर तेलंगाना के भद्राचलम में स्थित है, जो कि सीता रामचंद्र स्वामी मंदिर के नाम से विख्यात है। यह मंदिर गोदावरी नदी के तट पर स्थित है। अपने महत्व के कारण इसे दक्षिण का अयोध्या भी कहा जाता है। यह मंदिर भगवान राम के रामायणकाल में वनवास के दौरान भद्राचलम में उनके निवास के स्थान के रूप में जाना जाता है।