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  4. 14 family members of Jaish chief Masood Azhar killed, son Huzaifa also killed in Indian action
Last Updated : बुधवार, 7 मई 2025 (17:36 IST)

जैश सरगना मसूद अजहर के 14 परिजन हलाक, भारत की कार्रवाई में बेटे हुजैफा की भी मौत

Indias Operation Sindoor
14 family members of terrorist Masood Azhar killed : कुख्यात आतंकवादी और जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को भारत की कार्रवाई में बड़ा झटका लगा है। बताया जा रहा है कि भारत की कार्रवाई में अजहर के परिवार के 14 लोग हलाक हो गए। इनमें उसका बेटा हुजैफा भी शामिल है, जबकि मसूद का भाई रऊफ के भी गंभीर रूप से घायल होने की खबर है। मसूद अजहर ने भी मीडिया के सामने आकर अपने परिजनों के मरने की पुष्टि की है। उसने कहा कि मैं भी मर जाता तो अच्छा होता। 
 
4 मिसाइलें दागी गईं : उल्लेखनीय है कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए सीमा पार स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया है। भारतीय सेना की कार्रवाई में मसूद अजहर के ठिकाने को भी निशाना बनाया गया। इसी सट्राइक में भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी के 14 परिजनों की मौत हुई है।

इस हमले में मसूद के बेटे के साथ उसकी बहू भी मारी गई है। दरअसल, मसूद का ठिकाना पाकिस्तानी पंजाब के बहावलपुर में है। मसूद के मदरसे पर 4 मिसाइलें दागी गईं और इसके बाद पूरा परिसर तबाह हो गया। उस समय वहां मौजूद सभी लोग मारे गए। ALSO READ: Operation sindoor : भारत द्वारा पाकिस्तान पर मिसाइल हमले के बाद क्या बोले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप?
 
मसूद अजहर के इस मदरसे का नाम मरकज सुभानअल्लाह है। दुनिया को दिखाने के लिए यहां मस्जिद और मदरसा है, लेकिन यह परिसर कुख्यात आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशनल हेडवक्वार्टर के तौर के रूप में काम करता रहा है। भारत में कई आतंकी हमलों के तार इस मदरसे और मसूद से जुड़े हुए हैं। ALSO READ: महिला सैन्य अधिकारियों ने बताया पाकिस्तान में कहां, कैसे और किन जगहों पर किया हमला
 
कौन है मसूद अजहर : मौलाना मसूद अजहर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है। इस संगठन ने 2019 में पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस हमले में 40 से ज्यादा सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए थे। पठानकोट में हुए आतंकी हमले में मसूद अजहर का हाथ था।

1999 के कंधार विमान अपहरण कांड के बाद मसूद को छोड़ना पड़ा था। 24 दिसंबर 1999 को कुछ आतंकियों ने 178 यात्रियों के साथ IEC-814 प्लेन को हाईजैक कर लिया था। इसके बदले तीन आतंकियों को छोड़ा गया था। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala