ऑफिस में बैठकर काम करने वाली महिलाओं को सबसे ज्यादा होता है, इन बीमारियों का खतरा
क्या आप भी कामकाजी महिला है? यदि हां, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। लगातार बदलती और भागदौड़ भरी जीवनशैली आपके स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित करती है। गलत जीवनशैली व 'लाइफ स्टाइल' की वजह से जन्मी बीमारियों को 'लाइफ स्टाइल डिसीज' कहा जाता है और इसकी चपेट में ऑफिस में बैठकर काम करने वाली महिलाएं बहुत ही आसानी से आ जाती है।
आइए, जानते हैं ऐसी 4 'लाइफ स्टाइल डिसीज' के बारे में जिनके प्रति सभी कामकाजी महिलाओं को सतर्क रहने की आवश्यकता है -
1. डिप्रेशन - कामकाजी महिलाओं में डिप्रेशन की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसका मुख्य कारण घर और कार्यस्थल पर काम का दबाव अधिक होना है। इस वजह से महिलाओं को अत्यधिक तनाव देने होता हैं। ऐसे में कई बार नींद भी बुरी तरह से प्रभावित होती है, और अगर धूम्रपान की आदत हो, तो यह समस्या और बढ़ सकती है।
2. मोटापा - अक्सर होता यह है कि कामकाजी महिलाएं अपनी डाइट पर ठीक से ध्यान नहीं देती, और भोजन भी समय पर नहीं करती। इसके अलावा अत्यधिक काम की वजह से भोजन करने के बजाए, भूख मिटाने के लिए जंक फूड का प्रयोग करती हैं, जिसमें पोषक तत्वों की पूर्ति नहीं हो पाती, और सेहत को उल्टा नुकसान ही होता है। ऑफिस में भी बहुत ज्यादा चलना फिरना नहीं हो पाता। ऐसे में मोटापा बहुत आसानी से अपनी जगह बना लेता है।
3. ब्लड प्रेशर - कार्यस्थल पर ज्यादा शारीरिक श्रम नहीं हो पाता और मोटापा बढ़ता है। इसके अलावा शरीर और रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक हो जाने के कारण ब्लडप्रेशर की समस्या जन्म लेती है।
4. डाइबिटीज - वजन बढ़ने और भोजन में प्रोटीन व फाइबर की कमी व रिफाइंड के साथ फैटी फूड की अधिकता से शरीर में ग्लूकोज का स्तर भी बढ़ता है, जिससे डाइबिटीज की समस्या सामने आती है।
इन सभी लाइफ स्टाइल डिसीज से बचने महिलाएं खुद के लिए समय निकालें, नियमित रूप से थोड़ा व्यायाम करें, अपने खान-पान पर ध्यान दें और भरपूर नींद लेने की कोशिश करें। इसके साथ ही कुछ महीनों के अंतराल में नियमित अपनी जांच जरूर कराएं।