Prime Minister Narendra Modi maharashtra assembly election 2024 : अनुच्छेद-370 को बहाल करने की मांग करके पाकिस्तान की भाषा बोल रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शाही परिवार की हमेशा से मानसिकता रही है कि उसका जन्म देश पर शासन करने के लिए ही हुआ है। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मंगलवार को मोदी ने तीन रैलियों को संबोधित किया।
पुणे में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि अनुच्छेद-370 को कोई वापस नहीं ला सकता। हमने इसे जमीन में गहराई में दफन कर दिया है। उन्होंने कहा कि देश कभी अनुच्छेद-370 की बहाली की मांग का समर्थन नहीं करेगा।
चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने अपना नारा एक हैं तो सेफ हैं को दोहराया और कांग्रेस पर दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को बांटने का आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) को सबसे अस्थिर गाड़ी करार देते हुए कहा यह कभी स्थिर सरकार नहीं दे सकती। उन्होंने इसके घटक दलों में अंदरूनी कलह होने का दावा करते हुए कहा कि इनके बीच मुख्यमंत्री पद के लिए नूराकुश्ती भी चल रही है।
चिमूर में अपनी आज की पहली रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस के शाही परिवार की हमेशा से मानसिकता रही है कि उसका जन्म देश पर शासन करने के लिए ही हुआ है। मोदी ने कहा कि यही कारण है कि आजादी के बाद कांग्रेस ने दलितों, पिछड़े वर्गों और आदिवासियों को कभी प्रगति नहीं करने दी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस आरक्षण (के विषय) से चिढ़ती है। 1980 के दशक में राजीव गांधी के नेतृत्व में पार्टी द्वारा एक विज्ञापन प्रकाशित कर दलितों, पिछड़े वर्गों और आदिवासियों को मिले विशेष अधिकारों पर सवाल उठाए गए थे।
मोदी ने कहा कि यह पुराना विज्ञापन सोशल मीडिया पर साझा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह पार्टी के आरक्षण विरोधी रवैये को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि देश में आदिवासी समाज की जनसंख्या करीब 10 प्रतिशत के आसपास है और कांग्रेस अब आदिवासी समाज को जातियों में बांटकर कमजोर करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि हमारे आदिवासी भाई एसटी के रूप में अपनी पहचान खो दें, उनकी ताकत से उनकी जो पहचान बनी है, वह बिखर जाए। आपकी एकता टूट जाए, ये कांग्रेस का खतरनाक खेल है।
मोदी ने कहा कि आदिवासी समाज जातियों में बंटेगा तो उसकी पहचान और ताकत खत्म हो जाएगी। विपक्षी महाविकास आघाडी पर हमला करते हुए मोदी ने उस पर भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा खिलाड़ी होने और राज्य में विकास को बाधित करने का आरोप लगाया। मोदी ने कहा कि एमवीए महाराष्ट्र के विकास के लिए हानिकारक है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र का तेज विकास एमवीए की पहुंच से बाहर है। उन्होंने विकास कार्यों पर ब्रेक लगाने के लिए पीएचडी की है। कांग्रेस के पास इसमें दोहरी पीएचडी है। कश्मीर में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने पर मोदी ने कहा कि देश को एक संविधान सुनिश्चित करने में सात दशक लग गए। उन्होंने पूछा, क्या आप कांग्रेस और उसके सहयोगियों को कश्मीर में अनुच्छेद 370 लाने देंगे?
प्रधानमंत्री ने कहा, कांग्रेस और उसके सहयोगी हिंसा और अलगाववाद से राजनीतिक रूप से लाभान्वित होते रहे हैं। यह क्षेत्र अलगाववाद और आतंकवाद के कारण दशकों से जल रहा था। जिस प्रावधान के तहत यह सब हुआ वह अनुच्छेद 370 था। और यह अनुच्छेद 370 कांग्रेस की विरासत थी। जैसे ही हमने इसे समाप्त किया, हमने कश्मीर को भारत और इसके संविधान के साथ पूरी तरह से एकीकृत किया।
सोलापुर में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, आप सब देख रहे हैं कि आघाडी में कैसे भगदड़ मची हुई है। अभी से आघाडी में मुख्यमंत्री पद के लिए खींचतान, नूराकुश्ती चल रही है।
उन्होंने कहा, एक पार्टी पूरे दिन अपने नेता को मुख्यमंत्री बताने में लगी रहती है। दूसरी पार्टी और कांग्रेस वाले उनकी दावेदारी खारिज करने में लगे रहते हैं। चुनाव से पहले जिनका ये हाल है, वो आघाडी वाले महाराष्ट्र को कभी भी स्थिर सरकार नहीं दे सकते।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये एमवीए वाले जिस गाड़ी पर चल रहे हैं, वह ऐसी गाड़ी है जिसमें न पहिये हैं और ना ही ब्रेक है। उन्होंने कहा कि कौन चलाएगा, इसके लिए मारामारी है। आघाडी सबसे अस्थिर गाड़ी है, ये लोग आपस में ही झगड़ा करने में समय बर्बाद कर देते हैं।
पुणे में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि अनुच्छेद-370 को कोई वापस नहीं ला सकता। हमने इसे जमीन में गहराई में दफन कर दिया है। उन्होंने कहा कि देश कभी अनुच्छेद-370 की बहाली की मांग का समर्थन नहीं करेगा।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने अनुच्छेद-370 को फिर से लागू करने के लिए जम्मू-कश्मीर विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया है। जो लोग देश को संविधान की प्रति दिखा रहे हैं और महाराष्ट्र में कोरी किताबें बांट रहे हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि उन्होंने (कांग्रेस) देश पर छह-सात दशक तक शासन किया, लेकिन बाबा साहेब आंबेडकर का बनाया संविधान पूरे भारत में लागू क्यों नहीं किया गया? इनपुट भाषा