उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में प्रदेश के बाहर के श्रद्धालुओं को भी दर्शन की अनुमति
उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध भगवान श्री महाकालेश्वर मंदिर में अब प्रदेश के बाहर के दर्शनार्थियों को भी दर्शन अनुमति दी जाएगी।
आज यहां आयोजित जिला स्तरीय आपदा प्रबंध समूह की बैठक में निर्णय लिया गया है कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में अब प्रदेश के बाहर के दर्शनार्थियों को भी दर्शन अनुमति दी जाएगी।
गणेश उत्सव के दौरान गणेश प्रतिमा की स्थापना सार्वजनिक स्थानों पर प्रतिबंधित रहेगी। श्रद्धालु अपने घर में प्रतिमा की स्थापना कर पूजन-अर्चन कर सकेंगे। मोहर्रम का जुलूस नहीं निकाला जाएगा।
इसी तरह बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रति रविवार को होने वाले लॉकडाउन में दूध डेयरी एवं दूध विक्रय की दुकानों को खोलने की अनुमति प्रदान की जाए।
श्री महाकालेश्वर मंदिर के आसपास के विश्राम गृह एवं होटलों में प्रवेश द्वार पर ही मालिक के नाम एवं उनके उनके मोबाइल नंबरों का प्रदर्शन अनिवार्य किया जाए। इसी प्रकार कालभैरव मंदिर के बाहर प्रसाद के रूप में की जा रही मदिरा की अवैध बिक्री पर रोक लगाने का निर्णय भी लिया गया है।
इस बैठक में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया पूर्व मंत्री , विधायक पारस जैन, कलेक्टर आशीष सिंह एवं पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।
शाही ठाठ-बाट से निकलेगी छठी सवारी : जिला कलेक्टर एवं अध्यक्ष श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति आशीष सिंह ने बताया कि भगवान महाकालेश्वर की सावन- भादौ में निकलने वाली सवारियों के तहत छठी सवारी सोमवार शाम 4 बजे महाकाल मंदिर से परिवर्तित मार्ग से निकाली जाएगी।
यह सवारी महाकाल मंदिर से बड़ा गणेश मंदिर होते हुए हरसिद्धि मन्दिर चौराहा पहुंचेगी। यहां से झालरिया मठ और बालमुकुंद आश्रम होते हुए सवारी रामघाट पर पहुंचेगी। रामघाट पर पूजन-अर्चन के पश्चात सवारी रामानुजकोट, हरसिद्धि की पाल होते हुए हरसिद्धि मंदिर मार्ग, बड़ा गणेश मंदिर के सामने से होती हुई पुन: महाकालेश्वर मंदिरपहुंचेगी। महाकालेश्वर की सवारी का लाइव प्रसारण विभिन्न चैनलों द्वारा किया जायेगा।
उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सवारी देखने के लिए लोग घरों से बाहर नहीं निकलें।
उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए सभी श्रद्धालुओं से अपने घरों में ही रहकर भगवान महाकाल की सवारी का लाइव दर्शन का लाभ लेने को कहा है।
उन्होंने बताया कि श्री महाकालेश्वर भगवान की श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली सवारियों के क्रम में अंतिम सवारी 17 अगस्त को निकाली जाएगी।