नए साल में मध्यप्रदेश में बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की तैयारी, प्रमुख सचिव से लेकर कलेक्टर-एसपी भी बदलेंगे
भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार नए साल पर बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की तैयारी में जुटी है। मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे के बाद प्रदेश में प्रमुख सचिव से लेकर जिलों में तैनात कमिश्नर, कलेक्टर और एसपी बदले जा सकते है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सीएम सचिवालय में तैनात अफसरों का बदलाव करने के साथ इसके संकेत दे दिए है कि नई सरकार में नई टीम का गठन होगा। ऐसे में माना जा रहा है कि मंत्रियों के विभागों के बंटवारे के बाद प्रदेश में जल्द बड़ी प्रशासनिक नजर आ सकती है।
3 साल से पदस्थ अफसर हटेंगे?-मार्च के पहले पखवाड़े में लोकसभा चुनाव की तारीखों के एलान से पहले चुनाव आयोग ने राज्यों से 30 जून 2024 की स्थिति में तीन वर्ष से एक स्थान पर जमे कमिश्नर, कलेक्टर, एसपी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को निर्वाचन कार्यों हटाने के निर्देश दिए है। ऐसे में जब 6 जनवरी से जिलों में वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण का काम शुरु होना है तब यह तय है कि उससे पहले कलेक्टर से लेकर निचले स्तर के अफसरों के तबादले होंगे।
बैतूल कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस इस परिधि में आ रहे हैं। जून 2024 के पहले उनके बैतूल में पदस्थ रहते तीन वर्ष से अधिक हो जाएंगे। इसी तरह कुछ अन्य अधिकारी हैं, जिनको लेकर निर्णय होना है। यही स्थिति पुलिस अधीक्षकों की भी है। आयोग के निर्देश पर सामान्य प्रशासन और गृह विभाग ने बदलावर की तैयारी शुरू कर दी है।
BJP ने कई कलेक्टर-एसपी पर उठाए थे सवाल-विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने कई जिलों के कलेक्टर और एसपी की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठाए थे। इनमें नरसिंहपुर के कलेक्टर रिजु बाफना, रतलाम कलेक्टर भास्कर लक्षकार, शहडोल कलेक्टर और भिंड एसपी संजीव श्रीवास्तव और निवाड़ी के एसपी अंकित जायसवाल के खिलाफ भाजपा ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी। भाजपा का आरोप था कि यह अधिकारी चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए काम कर रहे है। ऐसे में अब लोकसभा चुनाव से पहले ऐसे अफसरों की जिलों से विदाई तय मानी जा रही है और ऐसे अफसर आने वाले समय में लूफ लाइन मेंं नजर आएंगे।
मुख्य सचिव को लेकर भी अटकलें- वर्तमान मुख्य सचिव वीरा राणा 31 मार्च को रिटायर होना है, ऐसे में मार्च में जब लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरु हो चुकी होगी,तब प्रदेश में मुख्य सचिव पद पर कौन होगा, यह भी प्रशासनिक गलियारों में चर्चा के केंद्र में है। क्या वीरा राणा को मार्च के बाद मुख्य सचिव पद पर एक्सटेंशन मिलेगा, जब पूर्व में इस पद पर तैनात रहे इकबाल सिंह बैंस को मिला था। वहीं अटकलें इस बात की भी लगाई जा रही है कि लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश में वीरा राणा की जगह किसी नए मुख्य सचिव की तैनाती होगी।
नए मुख्य सचिव की दौड़ में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ 1989 बैच के IAS अधिकारी अनुराग जैन का नाम सबसे आगे है। अनुराज जैन की पिछले दिनों मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव से हुई मुलाकात और उनके भोपाल दौरे के बाद उनके मुख्य सचिव बनने की अटकलें तेज हो गई है। इसके साथ सीनियर IAS अफसर मो. सुलेमान और डॉ. राजेश राजौरा का नाम प्रमुख है।