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Last Updated : मंगलवार, 27 मई 2025 (00:56 IST)

खंडवा में निर्भया जैसी बर्बरता, गैंगरेप के बाद महिला की आंतें बाहर निकालीं, महिला की दर्दनाक मौत

Tribal woman gangraped in Khandwa
Nirbhaya like brutality in Khandwa: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के खालवा थाना क्षेत्र में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। इस घटना ने दिल्ली के निर्भया कांड की याद ताजा कर दी। 45 वर्षीय आदिवासी महिला, जो दो युवा बेटों की मां थी, के साथ उसके ही 2 पड़ोसियों ने गैंगरेप किया। 
 
दो आरोपियों- सुनील धुर्वे (26) और हरि पालवी (35) जो महिला के पड़ोसी तथा उसी की जाति के हैं। दोनों आरोपियों ने पहले महिला के साथ गैंगरेप किया फिर उसके गुप्तांग में कठोर वस्तु डालकर गर्भाशय को बाहर निकाल दिया। इस क्रूरता के कारण महिला के आंतरिक अंगों को गंभीर क्षति पहुंची और वह लहूलुहान हालत में पड़ी मिली। जिसकी बाद में मौत हो गई। हालांकि गर्भाशय निकाले जाने की पुष्टि नहीं हुई है। 
 
दोषियों को कड़ी सजा की मांग : महिला के बेटे ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया। महिला को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन करीब 18 घंटे बाद उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने हत्या और सामूहिक बलात्कार के आरोप में मामला दर्ज किया है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

पुलिस ने बताया कि पुलिस ने जिला मुख्यालय से करीब 90 किलोमीटर दूर खालवा तहसील के रोशनी पुलिस चौकी क्षेत्र में शनिवार को हुई घटना के सिलसिले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस घटना ने पूरे मध्य प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है।  
 
पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी और पीड़िता एक ही समुदाय के थे और एक-दूसरे को जानते थे। घटना के समय दोनों आरोपी शराब के नशे में थे। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इस अपराध में कोई और व्यक्ति शामिल था। फॉरेंसिक टीम की निगरानी में पीड़िता का पोस्टमॉर्टम किया गया है। हालांकि हकीकत अभी सामने आना बाकी है। 
 
मध्य प्रदेश बनता जा रहा है रेप कैपिटल : कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के खंडवा में एक आदिवासी महिला की दुष्कर्म के बाद हुई मौत की घटना को लेकर सोमवार को आरोप लगाया कि यह राज्य देश की ‘रेप कैपिटल’ और ‘शराब कैपिटल’ बनता जा रहा है तथा मुख्यमंत्री मोहन यादव बतौर गृहमंत्री कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने में विफल रहे हैं। 
 
आखिल भारतीय आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने यह भी कहा कि इस मामले के लिए त्वरित अदालत का गठन किया जाए, ताकि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि क्या मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से बेलगाम हो गई है और जब मुख्यमंत्री ही खुद गृहमंत्री हैं तो क्या ऐसी घटनाएं होनी चाहिए? भूरिया ने दावा किया कि मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद से बलात्कार की घटनाएं 18 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं और आदिवासी महिलाओं के साथ अपराध के मामले में यह आंकड़ा 26 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala