मध्यप्रदेश में आफत की बारिश, बाढ़ में फंसे सैकड़ों लोगों को निकाला, IMD की चेतावनी
भोपाल। मध्यप्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश से हाहाकार मचा हुआ है। नदियां उफान पर है, सड़कें लबालब और घरों में पानी घुस गया है। राज्य में अधिकांश डेमों के गेट खोलने से बाढ़ से हालात नजर आ रहे हैं। NDRF और SDRF की टीम ने बाढ़ में फंसे सैकड़ों लोगों को निकाल चुकी है। इस बीच मौसम विभाग ने आज भी भारी बारिश की चेतावतीनी जारी की है।
नर्मदा, बेतवा आदि नदियां उफान पर है। बारिश के चलते भोपाल के बड़ा तालाब के बोट क्लब पर खड़ा क्रूज आधा डूब गया है। बारिश की वजह से विदिशा के 70 गांवों को खाली कराया गया है। विदिशा, जबलपुर, नर्मदापुरम, ग्वालियर आदि जिलों में NDRF की तैनाती की गई है। एयरफोर्स के 2 हैलीकॉप्टरों को भी आपात स्थिति के लिए तैनात किया गया है।
भारी बारिश से सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। भोपाल-नागपुर नेशनल हाइवे बाढ़ के चलते बंद है। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बीच सड़क संपर्क टूट गया है। श्योपुर से कोटा का संपर्क भी कट गया है तो टीकमगढ़ से छतरपुर जाने का रास्ता भी बंद है।
भोपाल, इंदौर, उज्जैन, रतलाम, ग्वालियर समेत 11 जिलों में प्रशासन ने भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी है।
बलपुर में बरगी डैम के 17 और नर्मदापुरम में तवा डैम के 13 गेट खोले गए हैं। भोपाल में भी भदभदा के सभी 11 और कालियासोत के 13 गेट खोले जा चुके हैं। ओकांरेश्वर में भी 23 में से 18 गेटों से पानी छोड़ा जा रहा है। भोपाल में 36 घंटों में 14 इंच से ज्यादा पानी बरसा है तो सीहोर, रायसेन, विदिशा में भी 14 इंच पानी गिर चुका है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में प्रदेशभर में मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया है। भोपाल, ग्वालियर और उज्जैन संभाग में 5 इंच या इससे ज्यादा पानी गिर सकता है।
सीएम ने की समीक्षा : प्रदेश भर में भारी वर्षा से जनजीवन पर बुरा असर पड़ा। सीएम शिवराजसिंह चौहान ने भी देर रात स्टेट हैंगर पर बाढ़ और राहत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने मंगलवार सुबह तक विदिशा में हेलीकॉप्टर पहुंचाने के भी आदेश दिए। उन्होंने विदिशा, राजगढ़ और सीहोर कलेक्टर से फोन पर बात की।