VIT मेंं क्यों भड़का छात्रों का विद्रोह?, अब सरकार ने लिया बड़ा एक्शन
सीहोर में स्थित वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (VIT) यूनिवर्सिटी में मंगलवार को छात्रों के हिंसक प्रदर्शन के बाद अब शांति का दौर है। मंगलवार रात करीब 4 हजार छात्रों के हिंसक प्रदर्शन के बाद यूनिवर्सिटी को 8 दिसंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं पूरे मामले पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बड़ा एक्शन लेते हुए प्रभारी मंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री को निर्देश दिए है।
क्यों भड़का छात्रों का गुस्सा?- वीआईटी यूनिवर्सिटी के छात्रों का आरोप है कि कॉलेज में कई दिनों से पीलिया फैल रहा है और कई छात्र गंभीर रूप से बीमार है वहीं अब तक यूनिवर्सिटी के 4 छात्रों की मौत हो चुकी है। हलांकि यूनिवर्सिटी प्रबंधन और प्रशासन ने छात्रों की मौत की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर दूषित पानी और खराब खाने की सप्लाई या आरोप लगाया है।
दरअसल वीआईटी कॉलेज में पिछले कई महीनों से छात्र पीलिया फैलने की शिकायत कर रहे हैं। इसके लिए छात्र कई बार वीसी ऑफिस, डीन समेत कई लोगों से शिकायत भी कर चुके थे। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज में पानी सही नहीं आ रहा है और कैंपस से गुजरने वाले नाले से पानी की सप्लाई हो रही है, जिसके चलते पीलिया फैल रहा है। पीलिया के डर के चलते कई छात्र छुट्टी लेकर घर भी चले गए। छात्रों का आरोप है कि अभी तक पीलिया से 4 छात्रों की मौत हो चुकी है। छात्रों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन लगातार पीलिया को नजरअंदाज कर रहा है।
मंगलवार रात जब छात्रों ने एक बार फिर खराब पानी और दूषित पानी को लेकर यूनिवर्सिटी वॉर्डन से शिकायत की तो वॉर्डन और सुरक्षा गार्डो ने छात्रों को पीट दिया, जिसका वीडियो भी अब वायरल हो रहा है। इसके बाद मंगलवार और बुधवार को आधी रात के बाद छात्र हंगामे पर उतर आए और नारेबाजी करते हुए कैंपस मेें खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया
मुख्यमंत्री का बड़ा एक्शन- वहीं पूरे मामले पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कड़ा रूख अपनाते हुए सीहोर जिले की प्रभारी मंत्री कृष्णा गौर को यूनिवर्सिटी का अविलंब दौरा कर छात्र-छात्राओं व प्रबंधन से संवाद स्थापित करने तथा आवश्यक कदम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। इसके साथ मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी विद्यार्थियों के भोजन-पानी से संबंधित समस्या को संज्ञान में लेकर त्वरित निराकरण करने के लिए निर्देशित किया हैं।
विद्यार्थियों का हित और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।मुख्यमंत्री ने ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को निजी विश्वविद्यालयों, शिक्षण संस्थानों की उच्च स्तरीय समीक्षा कर छात्र हितों से जुड़ी समस्याओं की पहचान एवं त्वरित निराकरण के निर्देश भी दिए।
कलेक्टर-एसपी पहुंच VIT, दिए सख्त निर्देश-वहीं हंगामे के बाद आज कलेक्टर और एसपी वीआईटी पहुंचकर हालातों का जायजा लिया और छात्रों की शिकायत की जांच के लिए पानी के टैंक के साथ कॉलेज कैंटीन और हॉस्टल का जायजा लेने के साथ कॉलेज प्रबंधन और अधिकारियों को छात्रों की शिकायतों का त्वरित, पारदर्शी और स्थायी समाधान सुनिश्चित करने के दिए निर्देश दिए।