भोपाल। मध्यप्रदेश में भीषण बाढ़ के बाद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने आज सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात कर उन्हें बाढ़ की स्थिति से अवगत कराया है। बालाघाट के कुल्मी गांव के तीनों लोगों को अब एयरलिफ्ट कर लिया गया है। लगातार हुई बारिश से प्रदेश के 411 गांव प्रभावित हुए हैं। नर्मदा ने 1999 की बाढ़ के रिकॉर्ड तोड़े हैं। प्रदेश में नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।मध्यप्रदेश में बाढ़ के हालातों पर पल-पल का अपडेट-
02:38 PM, 30th Aug
पिछले 3 दिन से हो रही लगातार भारी बारिश के चलते सीहोर जिले के आष्टा इलाके में रविवार को एक मकान के अचानक ढह जाने से 35 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई, जबकि मलबे में दबे तीन लोगों को बचा लिया गया है।
02:31 PM, 30th Aug
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सभी नागरिक धैर्य बनाए रखें, हालात जल्द सामान्य हो जाएंगे। प्रशासन पूरी तत्परता एवं सजगता से बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के प्रयास में लगा है।
02:26 PM, 30th Aug
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के 12 से अधिक जिले व 400 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में है। बाढ़ ने प्रदेश के कई हिस्सों को प्रभावित किया है। लोगों का भारी नुकसान हुआ है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से चर्चा कर प्रभावित इलाक़ों में आपदा, राहत व बचाव के कार्य में तेजी लाने के लिए निवेदन किया है। डूब प्रभावित व निचले बसे इलाक़ों में विशेष ध्यान दिया जाए। कमलनाथ ट्वीट कर कांग्रेसजनों से भी अपील की है कि प्रशासन की टीम के साथ मिलकर राहत व बचाव कार्यों में मदद करें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता लोगों की जान बचाना रही है और राहत और बचाव कार्य पूरा होने के बाद नुकसान इत्यादि का सर्वेक्षण किया जाएगा। सरकार प्रभावितों का पूरी ताकत के साथ पुनर्वास करेगी।
चौहान ने कहा कि पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश का क्रम आज राज्य दक्षिण और पूर्वी हिस्से में थम गया है, जिससे इन इलाकों में थोड़ी राहत है, लेकिन बारिश वाला यह सिस्टम राज्य के पश्चिमी हिस्से में पहुंच गया है, इसलिए अब को और अधिक सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अभी तक बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित होशंगाबाद, सीहोर, रायसेन और आसपास के जिले हैं। इन सभी जिलों में से लगभग 8000 लोगों को सुरक्षित निकाल कर राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देवास जिले के नेमावर, हरदा, होशंगाबाद, सीहोर, रायसेन और विदिशा जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और बाढ़ के हालातों की जानकारी ली।
09:50 AM, 30th Aug
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा- हमने बांध से भी पानी का डिस्चार्ज कम किया है लेकिन अभी भी बारिश की संभावना है। यथासंभव हम राहत शिविरों में सारी व्यवस्था करने का प्रयास कर रहे हैं। 9 जिलों के 394 से ज्यादा गांवों में बाढ़ ने तबाही मचाई है। अब तक 7000 से अधिक लोगों को बचाकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है।
09:37 AM, 30th Aug
सीहोर जिले के नरेला में बाढ़ के बीच पेड़ पर बैठे हुए 5 लोगों सुरक्षित निकाला गया। रायसेन के भौंती गांव में एयरफोर्स ने ऑपरेशन शुरू किया।
09:13 AM, 30th Aug
शाजापुर में क्षेत्र में भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसी स्थिति।
09:13 AM, 30th Aug
रातभर चले रेस्क्यू ऑपरेशन में लगभग 8000 लोग बचाए गए हैं, उन्हें सुरक्षित कैंपों में पहुंचाया गया है।
09:12 AM, 30th Aug
सेना ने सुबह से एयरलिफ्ट करने का ऑपरेशन शुरू किया है। 5 हेलीकॉप्टर सेना ने भेजे हैं।
09:12 AM, 30th Aug
प्रदेश के 411 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। नर्मदा ने 1999 की बाढ़ के रिकॉर्ड तोड़े हैं।