कूनो में खुले जंगल में छोड़े गए पांच चीते, सीएम मोहन यादव ने बताया गौरव का क्षण
भोपाल। चीता स्टेट मध्यप्रदेश के श्योपुर स्थित राष्ट्रीय कूनो उद्यान में दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता "गामिनी" और उसके चार शावकों को बाड़े से मुक्त कर राष्ट्रीय उद्यान में खुले में छोड़ा गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश पर्यटन के लिए एक और गौरव का क्षण आया है; आज कूनो-पालपुर नेशनल पार्क में मादा चीता गामिनी और उसके चार शावकों को बड़े बाड़े से सफलतापूर्वक कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल खजूरी वन क्षेत्र में रिलीज किया गया है। कूनो के जंगल में अब कुल 17 चीतों के स्वच्छंद विचरण से वहां आने वाले पर्यटक सफारी यात्रा के दौरान चीतों के विचरण को देख और अधिक रोमांचक होंगे।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की धरा एशिया से विलुप्त हो चुके चीतों के लिए मां का आंचल बन चुकी है, यहां चीते रफ्तार भी भर रहे हैं और अपना कुनबा भी लगातार बढ़ा रहे हैं। मध्यप्रदेश आने वाली पीढ़ियों के लिए वन्य जीवन को सहेजकर रखने एवं जैव-विविधता के संरक्षण हेतु प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि जैव विविधता की दृष्टि से, दक्षिण अफ्रीका से प्रदेश की धरती पर चीतों का पुनर्वास, देश ही नहीं अपितु एशिया महाद्वीप का महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। इस इंटरकांटिनेंटल प्रोजेक्ट के लिए कूनो (श्योपुर) का चयन, प्रदेश के लिए सौभाग्य का विषय है। प्रदेश के वन विभाग के अमले की लगन और अथक परिश्रम से इस व्यापक परियोजना का सफल क्रियान्वयन संभव हो पाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र में चीतों का कुनबा निरंतर बढ़ रहा है। इससे पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा, रोजगार के अवसर सृजित होंगे और चंबल क्षेत्र की अर्थव्यवस्था समग्र रूप से सशक्त होगी।