बड़ी खबर : मध्यप्रदेश में आने-जाने के लिए पास सिस्टम खत्म,नहीं लेना होगा ई-पास
राज्य के बाहर आने जाने के लिए लेना ई-पास
भोपाल । केंद्र सरकार की अनलॉक – 1 की गाइडलाइन आने के साथ मध्यप्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला किया है। अब प्रदेश के किसी भी जिले में जाने के लिए ई-पास की जरूरत नहीं होगी। प्रदेश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में आने-जाने के लिए अब ई-पास की आवश्यकता नहीं होगी। राज्य से बाहर आने जाने के लिए ई-पास लिए जा सकेंगे और ये ई-पास ऑटो जनरेटेड होंगे। सरकार के इस आदेश के बाद अब भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत रेड जोन वाले जिलों में भी आने जाने के लिए पास की जरूरत नहीं होगी।
इलाज में चूक पर होगी सख्त कार्रवाई- समीक्षा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना से पीड़ित मरीजों के इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए है। उन्होंने कि कोविड अस्पतालों में वरिष्ठ चिकित्सक रोज वार्डों में जाएं तथा मरीजों को सर्वोत्तम इलाज दें। इलाज में थोड़ी भी लापरवाही अथवा चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी तथा सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने भोपाल हमीदिया अस्पताल में कोरोना मरीजों की मृत्यु दर अधिक होने को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए एसीएस हैल्थ को हमीदिया में इलाज की रोज रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
सागर जिले की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने मेडिकल कॉलेज में सारी सुविधाएं होने के बावजूद कुछ मरीजों को अलग रेफर करने को लेकर सवाल किया। मुख्यमंत्री एसीएस हेल्थ को सागर मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएं सुधरवाने के निर्देश दिए। मरीजों को अन्यत्र रैफर किए जाना ठीक नहीं है।
बुरहानपुर की रिकवरी रेट 67 प्रतिशत - बुरहानपुर जिले की समीक्षा में बताया गया कि वहां रिकवरी रेट काफी अच्छी 67 प्रतिशत है। वहां 297 पॉजिटिव प्रकरणों में से 200 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। बुरहानुपर में वर्तमान में एक्टिव प्रकरणों की संख्या 82 है। जिले में फीवर क्लीनिक भी अच्छा कार्य कर रहे हैं, वहां 5 हजार से अधिक व्यक्ति स्वास्थ्य जांच करवा चुके हैं।