भाजपा सांसद और विधायक के बीच जमकर मारपीट, वाइरल हुआ वीडियो
भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार की ओर से निकाली जा रही एकात्म यात्रा के दौरान आगरमालवा जिले में भाजपा विधायक गोपाल परमार के साथ भाजपा सांसद मनोहर ऊंटवाल और उनके समर्थकों ने मारपीट की। इस घटना ने पार्टी की जमकर किरकिरी कराई है। इस बीच इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद राज्य में सत्तारूढ दल भाजपा की जमकर किरकिरी हो रही है।
आदि शंकराचार्य के दर्शन को आम लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से निकाली जा रही यात्रा बुधवार को आगरमालवा जिले में पहुंची। यात्रा के साथ चल रहे ध्वज को थामने को लेकर विधायक गोपाल परमार का सांसद ऊंटवाल और उनके समर्थकों से विवाद हो गया।
सार्वजनिक स्थान पर पहले तेज आवाज में बातचीत और फिर असंसदीय शब्दों के साथ सांसद और विधायक में बहस हो गई। इसके बाद सांसद ऊंटवाल ने परमार पर हमला कर दिया। देखते ही देखते दोनों के समर्थक आमने-सामने आ गए और सांसद समर्थकों ने भी विधायक पर हमला कर दिया।
घटनास्थल पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने जैसे तैसे दोनों पक्षों को अलग किया। इसके बाद परमार ने मीडिया से चर्चा में आरोप लगाया कि सांसद के साथ आए लोग धर्म ध्वज का अपमान करना चाहते थे। इसलिए उन्होंने ध्वज नहीं दिया और इसी बात को लेकर सांसद से बहस हो गई और उन्होंने तथा उनके समर्थकों ने उनके साथ मारपीट की। उनका आरोप है कि कुछ लोग शराब के नशे में ध्वज लेना चाहते थे।
वहीं सांसद का आरोप है कि विधायक स्वयं ही ध्वज लेकर चलने की बात पर अडिग थे। जबकि वह और अन्य नेता भी ध्वज लेना चाहते थे। इसी बात को लेकर विवाद की स्थिति बनी। हालांकि उन्होंने दावा किया कि विधायक के साथ मारपीट नहीं की गई।
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा कि 'पार्टी विथ डिफरेंस' की बात करने वाली भाजपा अब अराजक और अपराधियों का समूह बनता नजर आ रहा है। हाल के दिनों में इस तरह की अनेक घटनाएं राज्य में हुयी हैं जो यह बात साबित करती हैं। एकात्म यात्रा के दौरान आगरमालवा में हुई यह घटना बताती है कि भाजपा का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। इनके नेता सत्ता के मद में अपने हितों को साधने के प्रयास कर रहे हैं।
वहीं प्रदेश भाजपा संगठन के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि संगठन पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं और इस संबंध में संबंधित पक्षों से शीघ्र ही जवाब तलब किया जाएगा। (वार्ता)