मुर्गे बने सरकारी मेहमान, पुलिसकर्मी चुगा रहे दाना
बैतूल। हार जीत के खेल में दो मुर्गो के मजे हो गए हैं। उन पर दांव लगाने वाले तो भाग निकले लेकिन दोनों मुर्गो को पुलिस पकड़ कर ले गई। अब दोनों की अदालत में पेशी होगी। पुलिसवालों की परेशानी यह है कि जब तक अदालत में पेशी नहीं हो जाती, तब तक दोनों मुर्गो के दाने पानी का इंतजाम उन्हें ही करना पड़ेगा।
यह अजीबो गरीब मामला बैतूल जिले के आठनेर में सामने आया है जिसमें पुलिस ने ऐसे दो मुर्गों को गिरफ्तार किया है। कुछ लोग उन पर दांव लगा रहे थे, लेकिन दांव लगाने वाले पुलिस की भनक पा कर भाग निकले। लेकिन मौका ए वारदात पर बेचारे दोनों मुर्गें बचे रहे गए। पुलिस को आरोपी नहीं मिले तो वह मुर्गों को ही पकड़ कर थाने ले आई।
आठनेर पुलिस थाना प्रभारी प्रवीण कुमरे ने बताया कि 14 जनवरी को आठनेर पुलिस ने सूचना के आधार पर थाना क्षेत्र के ग्राम खैरी के मुर्गा बाजार पर छापा मारा, जहाँ मुर्गों की लड़ाई पर लोग हार-जीत के दांव लगा रहे थे। पुलिस जैसे ही पहुंची, दांव लगाने वाले लोग तो भाग गए, लेकिन आरोपियों की नौ मोटरसाइकिलें, दो मुर्गे और एक आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने इन मोटरसाइकिलों, मुर्गों और आरोपी को थाने लाकर आरोपी व्यक्ति और अन्य लोगों पर जुआ एक्ट का मामला दर्ज कर मोटरसाइकिलों और मुर्गों की जप्ती दर्शा दी। जब जप्ती हो गई तो स्वाभाविक रूप से जप्तशुदा माल न्यायालय के आदेश के बगैर नहीं छूट सकता। ऐसे में पुलिस ने मुर्गों को अपने कब्जे में रखकर उनके दाने-पानी का भी इंतजाम किया।
कुमरे ने बताया कि अधिकांश मोटरसाइकिल मालिक तो मिल गए है लेकिन बाकी बचे हुए मोटरसाइकिल मालिकों एवं इन दोनों मुर्गों के मालिकों की तलाश पुलिस कर रही है। जैसे ही मुर्गों के मालिकों का पता चलेगा दोनों मुर्गों को भी सभी आरोपियों के साथ अदालत में पेश किया जाएगा। फिलहाल ये दोनों मुर्गे पुलिस हिरासत में हैं और पुलिस इनके दाना-पानी का इंतजाम कर रही है। (भाषा)