महाकाल मंदिर में प्रसाद पैकेट को लेकर विवाद, मामला पहुंचा इंदौर कोर्ट
Baba mahakaleshwar Ujjain: उज्जैन के महाकाल मंदिर में अब प्रसाद के पैकेट को लेकर विवाद उठा है। यह विवाद अब इंदौर कोर्ट पहुंच गया है। दरअसल, उज्जैन में बाबा महाकालेश्वर मंदिर में भक्तों को प्रसाद में लड्डू दिया जाता है। लड्डू के पैकेट में महाकालेश्वर मंदिर का चित्र बना हुआ है। जिसे लोग डस्टबिन में फेंक देते हैं। इसी को लेकर विवाद अब इंदौर हाई कोर्ट पहुंच गया है।
क्या है विवाद : बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में रोजाना लाखों लोग देशभर और अन्य देशों से दर्शन करने आते हैं। बिना महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन के कोई भी नहीं जाता। इसके अलावा भक्त अपने साथ प्रसिद्ध लड्डू भी ले जाते हैं। लेकिन अक्सर लोग लड्डू के पैकेट को डस्टबिन में फेंक देते हैं। पैकेट पर महाकाल मंदिर का फोटो भी होता है। जिससे आस्था के साथ खिलवाड़ की बात सामने आई है। इस विवाद को लेकर जिसको लेकर इंदौर हाईकोर्ट में एक याचिका लगाई गई थी।
क्यों उठा ये मामला : लड्डू के पैकेट पर भगवान काल फोटो है। भक्तों द्वारा प्रसाद खाकर पैकेट को कचरे में फेंक देते हैं। इसी मामले को लेकर इंदौर हाईकोर्ट की डबल बेंच में 19 अप्रैल को महंत सुखदेवानंद ब्रह्मचारी गुरु श्रीमहंत योगानंद जी, ब्रह्मचारी श्री शंभु पंच अग्नि अखाड़ा, छत्रीबाग, इंदौर और पंडित शरद कुमार मिश्र गुरु श्री स्वामी राधाकान्ताचार्य जी महाराज श्री दुर्गाशक्ति पीठ, महू जिला इंदौर ने उज्जैन के महाकाल मंदिर के लड्डू प्रसादी के पैकेट पर महाकाल मंदिर ओम्कारेश्वर मंदिर और ॐ छापने को लेकर याचिका लगाई थी। इस मामले के निराकरण के लिए मंदिर समिति को 3 महीने का समय दिया गया है। बता दें कि, इस मामले में पीएम मोदी को भी पत्र लिखकर अवगत कराया था।
महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक मूलचंद जनवाल ने बताया कि हमें तीन महीने का समय मिला है। इसमें हम जल्द सुधार करेंगे। मंदिर आने वालों श्रद्धालुओं से अपील की जाएगी कि पैकेट को डस्टबिन में न फेंके। बता दें कि महाकाल मंदिर में हर साल दो लाख के लगभग लड्डू के प्रसाद पैकेट्स प्रिंट कराए जाते हैं।
Edited by: Navin Rangiyal