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Last Updated : बुधवार, 1 मई 2024 (21:40 IST)

EC से सवाल, 190 सीटों का वोटिंग पर्सेंट आने में इतना समय क्यों लगा?

EC से सवाल, 190 सीटों का वोटिंग पर्सेंट आने में इतना समय क्यों लगा? - Question to EC, why did it take so long to get voting percentage of 190 seats
Opposition question on Election Commission: लोकसभा की 190 सीटों पर पहले और दूसरे चरण में हुए मतदान प्रतिशत का अंतिम आंकड़ा देर से आने के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने सवाल उठाया है। आयोग ने 19 और 26 अप्रैल को हुए पहले दो चरणों के मतदान प्रतिशत का अंतिम आंकड़ा मंगलवार शाम यानी 30 अप्रैल को जारी किया। पहले चरण में मतदान प्रतिशत 66.14 प्रतिशत और दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत दर्ज किया गया। 
 
विपक्ष का सवाल : विपक्ष दलों ने वोटिंग प्रतिशत देर से अपडेट होने पर सवाल उठाया है। विपक्ष का कहना है कि आमतौर पर वोटिंग प्रतिशत का  आंकड़ा 24 घंटों के भीतर जारी कर दिया जाता है, लेकिन इस बार काफी देर से जारी हुआ है। माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि आयोग द्वारा जारी पहले दो चरणों में मतदान का आंकड़ा शुरुआती आंकड़ों से काफी अधिक है। उन्होंने सवाल किया कि हर संसदीय क्षेत्र में मतदाताओं की पूरी संख्या क्यों नहीं बताई जाती? ALSO READ: Corona Vaccine की लोकसभा चुनाव में एंट्री, खरगे बोले- देश को बर्बाद कर देंगे PM मोदी
 
ममता ने जताई चिंता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव के पहले दो चरण के मतदान प्रतिशत के अंतिम आंकड़े ‘देरी’ से जारी करने के लिए बुधवार को निर्वाचन आयोग की आलोचना की। ममता ने इन दो चरणों के मतदान प्रतिशत में अचानक वृद्धि पर भी चिंता जताई। ममता ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने पहले जो आंकड़े जारी किए थे, अंतिम मतदान प्रतिशत में उनसे करीब 5.75 प्रतिशत की अचानक वृद्धि चिंताजनक है। भाजपा द्वारा चुनाव परिणामों में हेरफेर किए जाने की आशंका है क्योंकि कई इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन कई दिन तक गुम रहीं। ALSO READ: गुजरात में कम से कम 10 लोकसभा सीटों पर दिखेगी टक्कर
 
तृणमूल प्रमुख का सनसनीखेज आरोप : तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मतदान प्रतिशत में अचानक वृद्धि न केवल चिंताजनक है बल्कि ईवीएम की प्रामाणिकता पर भी गंभीर आशंका पैदा करती है। उन्होंने कहा कि आयोग को ईवीएम निर्माताओं का ब्योरा सार्वजनिक करना चाहिए क्योंकि भाजपा चुनाव जीतने के लिए किसी भी स्तर तक जा सकती है। बनर्जी ने आरोप लगाया कि ईवीएम बदली जा रही हैं और जहां भाजपा  को कम वोट मिले हैं, वहां बीजेपी के पक्ष में वोट डाले जा रहे हैं। कांग्रेस ने भी मतदान से संबंधित आंकड़े जारी करने में देरी के लिए निर्वाचन आयोग पर निशाना साधा।  
 
क्या कहा भाजपा ने : दूसरी ओर, भाजपा ने कहा कि मतदान प्रतिशत के आंकड़े जारी नहीं करने को लेकर आयोग पर सवाल उठाना विपक्ष की हताशा और घबराहट को दर्शाता है क्योंकि राजग लोकसभा चुनाव में 400 से अधिक सीटें जीतने जा रहा है। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ एक वायरस से संक्रमित है और इसका ‘वैक्सीन’ देश के नागरिक हैं। उन्होंने कहा कि 4 जून को जब फैसला आएगा तो उसके नेताओं बोलती बंद हो जाएगी। भाटिया ने कहा कि समस्या निर्वाचन आयोग या ईवीएम के साथ नहीं बल्कि विपक्ष के साथ है। ALSO READ: असम में माफिया राज, अजमल से भाजपा का गुप्त समझौता
 
क्या कहा चुनाव आयोग ने : निर्वाचन आयोग ने यह स्पष्ट कर दिया कि मतदान के अंतिम आंकड़े डाक मतपत्रों की गिनती और कुल मतों की गिनती को जोड़ने के बाद ही उपलब्ध होंगे। डाक मतपत्रों में मतदान करने की सुविधा सेवा मतदाताओं, अनुपस्थित मतदाताओं जिनमें 85 वर्ष से अधिक आयु वाले, दिव्यांग, आवश्यक सेवाओं और चुनाव ड्यूटी पर कार्यरत कर्मियों को दी जाती है। आयोग ने बताया कि रोजाना प्राप्त होने वाले डाक मतपत्रों की जानकारी सभी उम्मीदवारों को दी जाती है। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala
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