मंडी लोकसभा सीट पर सियासी गर्मी बढ़ाने वाली कंगना का विवादों से रहा है पुराना नाता
कंगना Vs सुप्रिया विवाद
Controversy related to Kangana Ranaut : कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के चुनावी पदार्पण पर कांग्रेस सुप्रिया सुनेत की अपमानजनक पोस्ट ने एक नया विवाद खड़ा हो गया है। इससे कंगना एक बार फिर सुर्खियों में आ गई हैं। लोकसभा चुनाव 2024 में हिमाचल प्रदेश की मंडी संसदय सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। कंगना अपने बोल्ड अंदाज और बेबाक बयानों के लिए जानी जाती हैं। यह विवाद कोई नया नहीं हैं। बॉलीवुड से लेकर राजनीतिक क्षेत्र में उनके बयान विवादों में रहे हैं। आइए जानते हैं कंगना से जुड़े विवाद-
तत्कालीन उद्धव सरकार पर टिप्पणी के बाद कंगना महाराष्ट्र सरकार के निशाने पर आ गई थीं। बीएमसी ने पाली हिल्स इलाके में बने कंगना के ऑफिस का एक हिस्सा गिरा दिया था। कंगना रनौत ने एक ट्वीट को रिट्वीट किया था, जिसमें किसान आंदोलन में शामिल बुजुर्ग महिला को शाहीन बाग की बिलकिस बानो बताया गया था। इस पर भी खूब बवाल हुआ था।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद कंगना का गीतकार जावेद अख्तर से भी विवाद हो गया था। इसके बाद अख्तर ने कंगना के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करवाया था। इसके अलावा उनका रितिक रोशन और राकेश रोशन से विवाद भी चर्चाओं में रहा। फिल्म 'मणिकर्णिका' को लेकर कर्णी सेना के साथ भी उनका विवाद हुआ।
कंगना अपनी फिल्म रंगून का प्रमोशन करने करण के चैट शो कॉफी विद करण पर गई थीं। शो के दौरान कंगना ने करण को मूवी माफिया कहा था, वहीं नेपोटिज्म फैलाने का आरोप भी लगाया था। इसके बाद तो जैसे सोशल मीडिया पर एक अलग ही जंग छिड़ गई थी। कई दफा दोनों को एक दूसरे पर आरोप लगाते देखा गया। कंगना ने उर्मिला मातोंडकर को एक टीवी इंटरव्यू में सॉफ्य पोर्न स्टार कह दिया था।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की जीत के बाद कंगना रनौत ने ट्वीट कर ममता बनर्जी को 'खून की प्यासी ताड़का' तक कह दिया था। कंगना ने महात्मा गांधी को सत्ता का भूखा और चालाक बताया था।
कंगना ने एक इंटरव्यू में यह कहकर भी विवाद खड़ा कर दिया कि भारत को असली आजादी 2014 में मिली, जब नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई, वहीं 1947 में देश को जो स्वतंत्रता मिली थी वह भीख में मिली थी। कंगना के इस बयान पर भी जमकर बवाल मचा था। वेबदुनिया न्यूज डेस्क