जिस खिलाड़ी को बाहर निकाला, वह ऑस्ट्रेलियाई कोच लैंगर के बुरे समय में खड़ा है साथ
मेलबर्न: ऑस्ट्रेलियाई टीम से बाहर चल रहे सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने मुख्य कोच जस्टिन लैंगर का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें एशेज तक पद पर बनाए रखना चाहिए और खिलाड़ियों से आग्रह किया कि वे उन्हें कम करके नहीं आंके। पिछले सप्ताह ऑस्ट्रेलियाई ड्रेसिंग रूम की बातें बाहर निकलकर आ गई, जिससे पता चला कि लैंगर का सख्त रवैया और मिजाज में बदलाव कई खिलाड़ियों को रास नहीं आता।
इसके ऑस्ट्रेलियाई कोच पद को लेकर चर्चा शुरू हो गई। लेकिन 2018 में संयुक्त अरब अमीरात में लैंगर के साथ बहस करने वाले उस्मान ख्वाजा ने कोच का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को मीडिया के जरिये अपनी शिकायतें करने के बजाय अपने प्रदर्शन पर ध्यान देना चाहिए।
उस्मान ख्वाजा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ”आपको क्या लगता है कि जेएल (लैंगर) को कैसे लगता होगा। उन्हें शायद ऐसा लग रहा होगा कि खिलाड़ी उनकी पीठ पर छुरा घोंप रहे हैं और ऐसा लगता भी है। उन्होंने कहा, इसीलिए वह इतने अधिक निराश हैं। यह वास्तव में बहुत बुरा नजर आ रहा है। यह ऐसा है जिसका खिलाड़ियों को तुरंत समाधान निकालना चाहिए। इसे इस तरह से देखें कि हमेशा शत प्रतिशत कोच की गलती नहीं होती। खिलाड़ी प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं। खिलाड़ियों को जिम्मेदारी लेनी होगी।”
ख्वाजा ने कहा, ”खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा और यह केवल एक व्यक्ति की बात नहीं है। इसलिए इस पर विचार करना जरूरी है।” बता दें कि हाल ही में ऑस्ट्रेलिया को बांग्लादेश के खिलाफ 5 टी20 की सीरीज में भी हार का सामना करना पड़ा था। जस्टिन लैंगर को 2018 में डेरेन लीमन के गेंद से छेड़छाड़ के मामले के कारण पद छोड़ने के बाद चार साल के लिए मुख्य कोच नियुक्त किया गया था, लेकिन अब ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ी लैंगर से खफा हैं।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में टीम के खिलाड़ियों और कोच के बीच अनबन को लेकर हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। ”सिडनी मार्निंग हेराल्ड ने कहा कि 50 वर्षीय लैंगर को उनकी कोचिंग शैली को लेकर यह सीधी और बेबाक प्रतिक्रिया सौंपी गयी है जो 40 खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ से ली गयी थी। इस साल के शुरू में भारत ने कई खिलाड़ियों के चोटिल होने के बावजूद पहला टेस्ट गंवाने के बाद शानदार वापसी करके ऑस्ट्रेलिया को चार मैचों की सीरीज में 2-1 से हराया था। इसके बाद कुछ खिलाड़ियों ने लैंगर की प्रबंधन शैली को लेकर असंतोष व्यक्त किया था।”
सूत्रों पर आधारित रिपोर्ट में 'सिडनी मार्निंग हेरल्ड' ने कहा था कि 50 वर्षीय लैंगर को उनकी कोचिंग शैली को लेकर यह सीधी और बेबाक प्रतिक्रिया सौंपी गयी है जो 40 खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ से ली गयी थी।
खिलाड़ियों ने टीम मैनेजर गेविन डोवे के प्रति भी असंतोष जताया था।खिलाड़ियों की इस प्रतिक्रिया पर लैंगर के जवाब से तय होगा कि उन्हें नया अनुबंध सौंपा जाएगा या नहीं।
विश्वकप 2019 में उसमान ख्वाजा का फॉर्म खराब था और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चोटिल होकर वह सेमीफाइनल नहीं खेल पाए थे। इसके बाद उनको राष्ट्रीय टीम से बाहर रखा। उनको टीम में ना रखने के पक्षधर कोच लैंगर ही थे और आज ख्वाजा उनके समर्थन में बोल रहे हैं।