'अर्शदीप की जगह मैं भी तो हो सकता था', रवि विश्नोई ने कह दी दिल जीतने वाली बात
नई दिल्ली: रवि बिश्नोई की उम्र महज 22 साल की है लेकिन वह समझते हैं कि क्रिकेट कितना निर्दयी खेल हो सकता है और उनका कहना है कि हाल में एशिया कप के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ महत्वपूर्ण कैच छोड़ने वाले अर्शदीप सिंह की जगह वह भी हो सकते थे।
अर्शदीप की एशिया कप के सुपर फोर मैच में बिश्नोई की गेंद पर आसिफ अली का कैच छोड़ने के लिये सोशल मीडिया पर काफी बुरी तरह आलोचना की गयी जिसमें भारत हार गया था।बिश्नोई ने चार ओवर में 28 रन देकर एक विकेट झटका और महाद्वीपीय टूर्नामेंट में अपने पहले मौके में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे।
भारत के लिये 2022 में 10 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले बिश्नोई ने पीटीआई से बातचीत में कहा, पाजी मेरे सबसे अच्छे दोस्त हैं। हम सभी जानते हैं कि कैच छूटना खेल का हिस्सा है। सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी से भी ऐसा हो सकता है। और ऐसा भी हो सकता था कि वह गेंदबाजी कर रहा होता और मैं इस कैच को छोड़ सकता था।
उन्होंने कहा, अर्शदीप मजबूत इरादे वाला खिलाड़ी है। उस कैच को छोड़ने के बाद आपने देखा कि उसने डेथ ओवर में कितनी अच्छी गेंदबाजी की। ऐसा बिलकुल नहीं लगा कि वह परेशान था। वह मानसिक रूप से इतना मजबूत है।
बिश्नोई टी20 विश्व कप के लिये चुनी गयी टीम में जगह नहीं बना सके हैं क्योंकि उनसे सीनियर युजवेंद्र चहल को मौका मिला है लेकिन वह अपनी गुगली को घातक बनाने पर काम कर रहे हैं।
जोधपुर के इस गेंदबाज ने कहा, टीम प्रबंधन ने किसी ने भी मुझे लेग ब्रेक पर महारत हासिल करने को नहीं कहा है। बल्कि पूर्व लेग स्पिनर साईराज बहुतुले ने उन्हें कहा कि चिंता करने की जरूरत नहीं है जो टीम के गेंदबाजी कोच में से एक हैं।
बिश्नोई ने कहा, मैंने साईराज सर से बात की थी और उन्होंने कहा कि अच्छा है कि अगर मैं इस वैरिएशन पर काम कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि तुम एक घातक लेग ब्रेक डालने पर काम कर रहे हो और तुम निश्चित रूप से इसे परफेक्ट तरह से फेंक पाओगे। मैं इस पर काम कर रहा हूं और उम्मीद करता हूं कि इसमें महारत हासिल कर लूं।
(भाषा)