AUSvsIND पर्थ टेस्ट में भारतीय ओपनर्स ने रचा इतिहास, बनाया यह रिकॉर्ड
जायसवाल और राहुल ने पहले टेस्ट में भारत का शिकंजा कसा, 218 रन की बढत
INDvsAUSयशस्वी जायसवाल और केएल राहुल की संयम से भरी अर्धशतकीय पारियों और पहले विकेट के लिये 172 रन की अटूट साझेदारी के दम पर भारत ने पहले टेस्ट के दूसरे दिन शनिवार को दूसरी पारी में बेहतरीन शुरूआत करते हुए कुल 218 रन की बढत बना ली।यह किसी भी SENA (South Africa, England, Newzealand, Australia) देश में भारत की सबसे बड़ी सलामी टेस्ट साझेदारी है।
इससे पहले कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह ने 11वीं बार पारी में पांच विकेट लेने का कमाल करके आस्ट्रेलिया को 104 रन पर समेट दिया। पहली पारी में 150 रन बनाने वाली भारतीय टीम को 46 रन की बढत मिली थी।
जायसवाल ने पहली पारी की गलती से सबक लेते हुए धैर्यपूर्वक खेला तो राहुल ने अपने तकनीकी कौशल का फिर प्रदर्शन किया। दोनों ने विशुद्ध टेस्ट क्रिकेट अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए अच्छी गेंदों का सम्मान किया तो ढीली गेंदों को नसीहत दी।
दूसरे दिन का खेल समाप्त होने पर जायसवाल 193 गेंद में सात चौकों और दो छक्कों की मदद से 90 रन बनाकर खेल रहे थे जबकि पहली पारी में तीसरे अंपायर के विवादास्पद फैसले का शिकार हुए राहुल ने 153 गेंद में 62 रन बना लिये हैं जिसमें चार चौके शामिल हैं।
दूसरी पारी में पिच पर जमी घास सूख गई थी और दरारें भी दिखने लगी जिससे गेंदबाजों को उतनी मदद नहीं मिल रही और बल्लेबाजों के लिये स्ट्रोक्स खेलना आसान हो गया है। आस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने सात गेंदबाजों को आजमाया लेकिन राहुल और जायसवाल की एकाग्रता नहीं तोड़ सके।
जायसवाल ने चाय के बाद अपना अर्धशतक 123 गेंदों में पूरा किया जो 15 टेस्ट में उनका सबसे धीमा अर्धशतक है। यह बताता है कि बतौर बल्लेबाज वह बेखौफ ही नहीं बल्कि हालात के अनुरूप भी खेलने में माहिर हैं।इस पिच पर 300 से अधिक का कोई भी लक्ष्य आसान नहीं होगा और पिच में दरारें बढने पर वॉशिंगटन सुंदर प्रभावी साबित हो सकते हैं।
पहली पारी में विवादास्पद तरीके से आउट हुए राहुल ने जिस तरह से कमिंस को आन ड्राइव पर बेहतरीन शॉट खेला और जायसवाल ने जबर्दस्त परिपक्वता से मिचेल स्टार्क जैसे खतरनाक गेंदबाज को कवर्स पर चौका लगाया, उससे भारतीय बल्लेबाजों के तेवर जाहिर हो गए थे।
पारी की शुरूआत में रक्षात्मक खेलते हुए जायसवाल ने आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को खूब परेशान किया। स्टार्क से तनिक भी भयभीत हुए बिना उन्होंने मिडविकेट के ऊपर से चौका लगाया।
(भाषा)