विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भारत को खेलना पड़ेगा दिन-रात्रि का टेस्ट
नई दिल्ली। भारत ने इस साल ऑस्ट्रेलिया के एडीलेड में बेशक दिन रात्रि टेस्ट खेलने से इंकार कर दिया हो लेकिन विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में वह ऐसा नहीं कर पाएगा। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2019 के विश्व कप के बाद से शुरू होगी जिसमें नौ टेस्ट देश खेलेंगे और इस चैंपियनशिप में भारत के पास दिन रात्रि टेस्ट से इंकार करने का विकल्प नहीं रहेगा।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को हाल में आधिकारिक तौर पर सूचित कर दिया था कि भारत इस साल के आखिर में अपने ऑस्ट्रेलियाई दौरे में दिन-रात्रि टेस्ट मैच नहीं खेलेगा। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) दूधिया रोशनी में गुलाबी गेंद से टेस्ट मैच के आयोजन के लिए जोर दे रहा था क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में वहां का दौरा करने वाली टीमें दिन रात्रि मैच खेलती रही हैं लेकिन भारतीय बोर्ड ने साफ किया है कि वे लाल गेंद के परंपरागत मैचों से नहीं हटेगा।
टेस्ट चैंपियनशिप की खेलने की शर्तों के अनुसार यह घरेलू बोर्ड पर निर्भर करेगा कि वह सीरीज में दिन-रात्रि टेस्ट रखना चाहता है या नहीं। दस्तावेजों के अनुसार यदि घरेलू टीम सीरीज में एक से ज्यादा दिन रात्रि टेस्ट खेलना चाहती है तो मेहमान टीम से अनुबंध की जरूरत होगी। यदि दिन-रात्रि टेस्ट रखा जाता है तो मेहमान टीम दो दिवसीय दिन रात्रि अभ्यास मैच भी खेलेगी।
आईसीसी की क्रिकेट समिति की मुंबई में 28 और 29 मई को होगी जिसमें विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में खेलने की शर्तों के साथ साथ अन्य मुद्दों पर भी चर्चा होगी। समिति के अध्यक्ष भारत के अनिल कुंबले हैं। क्रिकेट समिति एक बार अपनी सिफारिशों को अंतिम रूप दे देती है तो फिर आईसीसी के मुख्य कार्यकारियों की समिति जून में डबलिन में अपने वार्षिक सम्मेलन में इस पर चर्चा करेगी। (वार्ता)