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Last Updated :मुंबई , गुरुवार, 7 अगस्त 2025 (15:25 IST)

मुकेश अंबानी ने लगातार 5वें साल भी नहीं ली कोई सैलरी , Reliance की वार्षिक रिपोर्ट में हुआ खुलासा

Mukesh Ambani
•2020 में कोरोना के कारण स्वेच्छा से छोड़ दिया था वेतन
 
•कोरोना से पहले लगातार 12 साल तक ली थी 15 करोड़ सैलरी
 
Mukesh Ambani Salary News: दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने लगातार 5वें साल भी कंपनी से किसी तरह का कोई वेतन (salary) नहीं लिया है। अंबानी ने वित्त वर्ष 2020-21 के बाद से ही कोई सैलरी नहीं ली है। दरअसल, कोरोना महामारी (Corona epidemic) के बाद उपजी विकट स्थितियों के कारण मुकेश अंबानी ने स्वेच्छा से सभी प्रकार के भत्ते, सेवानिवृत्ति लाभ और किसी भी तरह के कमीशन सहित अपनी पूरी सैलरी को छोड़ने का फैसला लिया था।
 
कोरोना से पहले वित्त वर्ष 2008-09 से 2019-20 के बीच मुकेश अंबानी ने अपने वार्षिक पारिश्रमिक को 15 करोड़ रुपए पर सीमित रखा था। वजह थी प्रबंधकीय स्तर पर इंडस्ट्री और कंपनी के लिए व्यक्तिगत उदाहरण स्थापित करना। बताते चलें कि भारत में कोविड-19 महामारी ने देश के सामाजिक, आर्थिक और औद्योगिक हालात पर बहुत बुरा असर डाला था।ALSO READ: रिलायंस अगले 5 साल में असम में 50,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी : मुकेश अंबानी
 
रिलायंस की वार्षिक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ। रिलायंस की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर निखिल मेसवानी को कुल 25 करोड़ रुपए सालाना सैलरी व अन्य मदों में मिलते हैं, वहीं इनके छोटे भाई हितल मेसवानी की सैलरी भी 25 करोड़ रुपए ही है। रिलायंस के अन्य एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पी.एम.एस. प्रसाद को करीब 20 करोड़ रु. सैलरी व अन्य मदों में मिलते हैं।
 
कारोबार तेल से लेकर दूरसंचार और खुदरा क्षेत्र तक फैला हुआ : रिलायंस इंडस्ट्रीज का कारोबार तेल से लेकर दूरसंचार और खुदरा क्षेत्र तक फैला हुआ है। अंबानी (68) ने वित्त वर्ष 2008-09 से 2019-20 तक अपने वार्षिक पारिश्रमिक को 15 करोड़ रुपए तक सीमित रखा था। उन्होंने कोविड-19 महामारी के बाद वित्त वर्ष 2020-21 से तब तक अपना वेतन छोड़ने का फैसला चुना, जब तक कि कंपनी और उसके सभी कारोबार पूरी तरह से अपनी आय क्षमता पर वापस नहीं आ जाते।ALSO READ: जियो में निवेश मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा रिस्क था : मुकेश अंबानी
 
वेतन, भत्ते और सेवानिवृत्ति लाभ के रूप में कोई राशि नहीं मिली : कंपनी की ताजा वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार 2024-25 में उन्हें वेतन, भत्ते और सेवानिवृत्ति लाभ के रूप में कोई राशि नहीं मिली। दुनिया के 18वें सबसे अमीर व्यक्ति जिनकी कुल संपत्ति लगभग 100 अरब अमेरिकी डॉलर है, के लिए लाभांश आय ही आमदनी का स्रोत है। रिलायंस में उनके सीधे 1.61 करोड़ शेयर हैं। कंपनी द्वारा वित्त वर्ष 2024-25 के लिए घोषित 5.50 रुपए प्रति शेयर लाभांश के आधार पर उन्हें 8.85 करोड़ रुपए की लाभांश आय मिलती है।ALSO READ: कंटेंट, आबादी और टेक्नोलॉजी के दम पर भारत बनेगा एंटरटेनमेंट का ग्लोबल हब : मुकेश अंबानी
 
जिन प्रवर्तक समूह की कंपनियों पर अंबानी का नियंत्रण है, उनमें उनके पास 664.5 करोड़ शेयर या 50.07 प्रतिशत शेयर हैं, जो 3,655 करोड़ रुपए की लाभांश आय देते हैं। अंबानी के चचेरे भाई निखिल और हितल मेसवानी का पारिश्रमिक 2023-24 में क्रमश: 25.31 करोड़ रुपए और 25.42 करोड़ रुपए था, जो 2024-25 में थोड़ा कम होकर 25 करोड़ रुपए रह गया। कार्यकारी निदेशक पी.एम.एस. प्रसाद का पारिश्रमिक 2024-25 में बढ़कर 19.96 करोड़ रुपए हो गया, जो इससे पिछले वर्ष 17.93 करोड़ रुपए था।
 
अंबानी के 3 बच्चों- ईशा, आकाश और अनंत जिन्हें अक्टूबर 2023 में शून्य वेतन पर बोर्ड में नियुक्त किया गया था, उनमें से प्रत्येक को 'सिटिंग फीस' के रूप में 6 लाख रुपए और कमीशन के रूप में 2.27 लाख रुपए मिले। अंबानी के बच्चों में सबसे छोटे अनंत को रिलायंस बोर्ड में कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया गया है और चालू वित्त वर्ष से उन्हें 10 से 20 करोड़ रुपए के बीच वेतन मिलेगा।
 
Edited by: Ravindra Gupta
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