मंगल यदि है दूसरे भाव में तो रखें ये 5 सावधानियां, करें ये 5 कार्य और जानिए भविष्य
मंगल मकर में उच्च का कर्क में नीच का होता है। लाल किताब के अनुसार मंगल नेक और मंगल बद होता है। दसवें घर में मंगल है तो उसे उच्च का माना जाएगा और चौथे घर में है तो नीच का माना जाएगा। लेकिन यहां दूसरे घर में होने या मंदा होने पर क्या सावधानी रखें जानिए।
कैसा होगा जातक : जिम्मेदार शेर। बड़े भाई की हैसियत रखने वाले व्यक्ति को धन का अभाव नहीं रहता। परिवार बड़ा होगा। हो सकता है उसका कोई बड़ा भाई न हो। यदि बड़ा भाई है तो आपको छोटे भाई की तरह ही रहना चाहिए। अन्यथा नुकसान होगा। बुराइयां अपने आप नष्ट हो जाएगी। ससुराल से धन संपदा मिलने की संभावना। यदि मंगल अशुभ है तो झगड़े में मृत्यु के योग बनते हैं। बुध के साथ होने पर जातक की इच्छा शक्ति कमजोर होगी जिसके चलते उसका महत्व कम होगा।
पांच सावधानियां
1. धर्मदूत जैसा व्यवहार रखें
2. नशा न करें और लड़ाई-झगड़े से दूर रहें।
3. आत्मविश्वास को कमजोर ना होने दें।
4. भाइयों और मित्रों से प्रेमपूर्ण संबंध रखें।
5. ससुराल पक्ष से संबंध अच्छे बानकर रखें।
ये पांच कार्य करें
1. कभी कभी आंखों में सुरमा लगाएं।
2. नित्य हनुमान चालीसा का पाठ करें।
3. नीम के पेड़ में मंगल और शनि को जल चढ़ाएं।
4. लाल रूमाल सदैव अपने पास रखें।
5. मंगलवार का व्रत रखें। सवा किलो या सवा पांच किलो रेवड़ियां बहते जल में प्रवाहित करें।