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एक चना
एक चनापड़ा हुआ था एक चना
एक चना,भई एक चना
एक किसान वहां आया
चना देखकर मुस्काया
जेब में रखा एक चना
एक चना, भई एक चना खेत में पहुंचा ले उसको
दिया उसे गड्ढे में बो
हुआ अंकुरित एक चना
एक चना, भई एक चना
एक दिन छोटा सा पौधा
आँख खोल बाहर आया
लहराया फिर एक चना
एकचना, भई एक चना
नन्हें चने बहुत सारे
उगे देख खुश हैं सारे
फूल गया फिर एक चना
एक चना, भई एक चना
पके चनों को तब काटा
एक चना सबने बांटा
सबने खाया एक चना
एक चना, भई एक चना