स्वतंत्रता दिवस पर कविता : जन-गण-मन
आओ सब मिलके
जन-गण-मन गीत गाएं
स्वतंत्रता की खुशियों को
मिल-जुलकर मनाएं
राष्ट्रीय त्योहारों पर
तिरंगे को लहराएं
आओ सब मिलके
जन-गण-मन गीत गाएं
हिन्दू-मुस्लिम-सिख-ईसाई
आपस में सब भाई-भाई
भारतमाता है
हम सबकी माई
फख्र से हम सब
सर ऊपर उठाएं
आओ सब मिलके
जन-गण-मन गीत गाएं
शहीदों को पुष्प चढ़ाएं
उनके सम्मुख शीश नवाएं
दिलाई हमें अंग्रेजों से आजादी
दुनिया को हम ये बताएं
आओ सब मिलके
जन-गण-मन गीत गाएं
देश के सीमा प्रहरी बन जाएं
देश की रक्षा का दायित्व निभाएं
युवा पीढ़ी को ये मूल मंत्र समझाएं
आओ सब मिलके
जन-गण-मन गीत गाएं।