आओ जानते हैं रामभक्त और रुद्रावतार हनुमानजी का संपूर्ण परिचय जिसे आनकर आप चौंक जाएंगे।
हनुमानजी का संपूर्ण परिचय (Complete introduction of Hanuman ji):
नाम : हनुमान, महाबल, पिंगाक्ष और बजरंगबली।
माता : अंजना (शापित अप्सरा पुंजिक्स्थला)
पिता : केसरी (कपि स्थल के राजा)
मानस पिता : महारुद्र शिव(ग्यारहवें रुद्र)।
संरक्षक पिता : पवनदेव (मरुद्गण)
जन्म तिथि : कार्तिक कष्ण चतुर्दशी और कुछ की मान्यता अनुसार चैत्र शुक्ल पूर्णिमा।
जन्म स्थान : सुमेरु पर्वत, वर्तनाम शोधानुसार आंध्र के आंजनेद्रि पर्वत, कर्नाटक के गोकर्ण स्थान पर।
वर्ग : किंपुरुष
गण : वानर
कर्म स्थान: किष्किंधा और अयोध्या
शिक्षा : सम्पूर्ण वेद-वेदांग, शस्त्र और शास्त्र।
गुरु : विवस्वान (सूर्य), शिव, मरुद्गण, नारद, मतंग ऋषि।
प्रमुख शस्त्र : गदा
ऊंचाई : सामान्य पुरुष की अपेक्षा अधिक ऊंचे।
शरीर सौष्ठव : सुगठित, वज्रसमान कठोर।
पहचान चिन्ह : वज्र प्रहार से टेढी ठोड़ी।
अतिरिक्त विशेषता : सक्रिय पूंछ और वायु गमन।
प्रमुख युद्ध :
1. देवलोक का युद्ध : विरुद्ध विवस्वान, राहु, और इंद्र।
2. गुरुदक्षिणा का युद्ध : विरुद्ध शनि।
3. अशोकवाटिका का युद्ध : विरुद्ध अक्षकुमार, इंद्रजीत।
4. लंका का युद्ध : विरुद्ध रावण, कुंभकर्ण।
5. वीरपुर का युद्ध : विरुद्ध महारुद्र शिव।
6. सरयू तट का युद्ध : विरुद्ध श्रीराम।
7. वाल्मीकि आश्रम का युद्ध : विरुद्ध लव-कुश।
प्रमुख पराक्रम :
1. सूर्य को निकलना।
2. लंकाहन
3. समुद्र को लांघना।
4. सुरसा से सामना।
5. राक्षसी माया का वध।
6. अक्षय कुमार का वध।
7. मेघनाद से युद्ध।
8. राम और विभीषण को मिलाना।
9. लक्ष्मण के प्राणों की रक्षा। संजीवनी पहाड़ लाना।
10. अहिरावण का वध।
11. सत्यभामा, सुदर्शन, गुरूढ़, भीम, अर्जुन और बलरामजी का घमंड चूर चूर करना।
।।श्रीहनुमान जन्मोत्सव की शुभकामनाएं।।