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क्या होती है Social Media Anxiety? क्या आप भी इसके शिकार हैं?

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अगर आप इंस्टाग्राम का प्रयोग करते हैं तो आपको पता होगा कि पिछले साल इंस्टाग्राम ने एक नया फीचर लांच किया था, जिसमें आप लाइक के नंबर को छुपा सकते हैं। पर क्या आपने कभी सोचा है कि इस फीचर के पीछे इंस्टाग्राम का कारण क्या था? 
 
दरअसल सोशल मीडिया एंग्जायटी डिसऑर्डर (social media anxiety disorder) के बढ़ते मामलों के कारण इंस्टाग्राम ने इस फीचर को लांच किया था। क्या आपको ध्यान है कि आपने आखिरी बार अपना फेसबुक, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट या कोई भी सोशल मीडिया कब प्रयोग किया था? क्या आपको भी बार-बार एप के नोटिफिकेशन या एप खोलकर चेक करने की आदत है? 
 
तो चलिए जानते हैं सोशल मीडिया एंग्जायटी (social media anxiety) की पूरी जानकारी के बारे में.......
 
क्या है सोशल मीडिया एंग्जायटी डिसऑर्डर?
 
सोशल मीडिया एंग्जायटी डिसऑर्डर एक वास्तविक मानसिक बीमारी है और ये डिसऑर्डर सोशल एंग्जायटी डिसऑर्डर (social anxiety disorder) से काफी सामान है। इस डिसऑर्डर में व्यक्ति अपने सोशल मीडिया अकाउंट चेक न करने पर काफी परेशान हो जाता है और अकेला महसूस करता है। साथ ही बार-बार लाइक कमेंट देखना और उनसे प्रभावित होना भी इस डिसऑर्डर के लक्षण हैं। 
 
क्या है सोशल मीडिया एंग्जायटी के लक्षण?
 
- सोशल मीडिया की पोस्ट देखकर खुद की तुलना करना और बेवजह चिंतित होना।
- सोशल मीडिया के कारण खुद को अपने दोस्तों और परिवार से अलग करना।
- अलग होने के डर से बार-बार अपने फॉलोवर, लाइक, कमेंट, स्नैपचैट स्ट्रीक चेक करना।
- काम में मन न लगना या काम को टालना।
- सोशल मीडिया के कारण किसी चीज़ से ध्यान आसानी से भटकना या ध्यान न दे पाना।
 
कैसे करें सोशल मीडिया एंग्जायटी को कम?
 
सोशल मीडिया एंग्जायटी कम करने के लिए आपको सबसे पहले अपने इंस्टग्राम, फेसबुक या किसी भी तरह के सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक टाइम लिमिट सेट करने की ज़रूरत है। ये डिसऑर्डर सिर्फ फ़ोन या कंप्यूटर को बंद करने से कम नहीं होता है, तो आप किसी काउंसलर की भी मदद ले सकते हैं। साथ ही व्यायाम और अपनों से बातचीत करके भी आप इस समस्या से थोड़ी राहत पा सकते हैं।

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