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Written By WD Sports Desk
Last Modified: शनिवार, 6 अप्रैल 2024 (12:15 IST)

IPL 2024 : देर आए दुरुस्त आए, Shashank Singh ने बताया मध्यप्रदेश के लिए खेलने के बाद मुंबई ने किस तरह उन्हें दिखाया असली चेहरा

जब मुंबई में शामिल हुआ तो सच्चाई पता चली कि कड़ी मेहनत की जरूरत है : Shashank Singh

IPL 2024 : देर आए दुरुस्त आए, Shashank Singh ने बताया मध्यप्रदेश के लिए खेलने के बाद मुंबई ने किस तरह उन्हें दिखाया असली चेहरा - IPL 2024, When I joined Mumbai, I realized the truth that hard work is needed says Shashank Singh
IPL 2024, Shashank Singh Life Story : पंजाब किंग्स को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में जीत दिलाने वाले 32 साल के शशांक सिंह (Sharma) ने जब मध्य प्रदेश के लिए खेलना शुरू किया तो वह अतिआत्मविश्वास से भरे थे लेकिन मुंबई में पहुंचने के बाद उन्हें सच्चाई पता चली कि उन्हें कड़ी मेहनत करने की जरूरत है।
 
 
मध्य प्रदेश के लिए अंडर-15 और अंडर-17 क्रिकेट खेलने के बाद, वह बेहतर अवसरों के लिए मुंबई चले गए। उस समय भी, उनमें शुरुआत से ही चौके लगाने का शौक था और उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई का प्रतिनिधित्व किया।
 
लेकिन चार सीज़न में उन्हें केवल 15 टी20 और तीन लिस्ट ए मैच खेलने का मौका मिला और वह मुंबई की रेड-बॉल टीम में आने में कामयाब नहीं हो सके।
 
शशांक ने गुजरात के खिलाफ29 गेंद में नाबाद 61 रन बनाए जिसमें छह चौके और चार छक्के जड़े थे जिससे Punjab Kings ने लक्ष्य का पीछा करते हुए Gujarat Titans को हरा दिया।
 
32 साल के शशांक ने कहा, ‘‘जब मैं मध्य प्रदेश के लिए खेलता था तो मैं सोचता था कि मैं दुनिया का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हूं। ’’
 
लेकिन उनकी जिंदगी का अहम मोड़ तब आया जब वह मुंबई की टीम से जुड़े जिसमें Shreyas Iyer, Suryakumar Yadav, Prithvi Shaw और Sarafraz Khan जैसे स्टार खिलाड़ी मौजूद थे।
 
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं मुंबई से जुड़ा तो मैं सफेद गेंद सर्किट में था, सभी टूर्नामेंट में चार-पांच साल अच्छे रहे लेकिन लाल गेंद के क्रिकेट में मैं टीम में जगह नहीं बना पा रहा था क्योंकि काफी प्रतिस्पर्धा थी। ’’
 
शशांक ने कहा, ‘‘श्रेयस रन बना रहे थे, सूर्यकुमार रन बना रहा था, शिवम दूबे, अभिषेक नायर, सिद्धेश लाड रन बना रहे थे। मैच में सिर्फ 11 ही लोग खेल सकते हैं। ’’
 
उन्हें सफेद गेंद सर्किट में जगह मिल गयी लेकिन वह लाल गेंद के क्रिकेट में खेलना चाहते थे।




 
शशांक ने कहा, ‘‘मैं क्लब क्रिकेट में रन बना रहा था लेकिन लाल गेंद की टीम में जगह नहीं बना पा रहा था क्योंकि अन्य खिलाड़ी अच्छा कर रहे थे। टीम में जगह बनाना काफी मुश्किल था। ’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं मध्य प्रदेश में था तो हमेशा खुद को सर्वश्रेष्ठ समझता था और कोई प्रतिस्पर्धा नहीं थी क्योंकि उस समय मध्य प्रदेश क्रिकेट इतना मजबूत नहीं था। जब मैं मुंबई में आया तो मुझे असलियत पता चली कि मैं क्या हूं। मुझे कड़ी मेहनत करने की जरूरत थी। यह मेरे लिए सच्चाई से रूबरू होने वाला था। ’’
 
इसके बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ से खेलने के बाद पुडुचेरी से खेलने का फैसला किया। शशांक ने कहा, ‘‘लेकिन एक चीज आत्मविश्वास ही थी। आपको खुद पर भरोसा रखना होता है जो मेरे अंदर था। मैंने अपने घरेलू राज्य छत्तीसगढ़ से खेलने का फैसला किया क्योंकि पहले मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ एक ही थे और मैं लाल गेंद का क्रिकेट खेलना चाहता था। यह मेरे लिए बहुत भावनात्मक था। ’’
 
शशांक को 2017 में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब Delhi Capitals) ने चुना और फिर Rajasthan Royals (2019-21) और Sunrisers Hyderabad (2022) के बाद Punjab Kings ने उन्हें खरीदा।

 
पंजाब ने 2024 आईपीएल नीलामी में 20 लाख रूपए के आधार मूल्य में उन्हें खरीदा था लेकिन ऐसे भी पल आए जब टीम को संदेह हुआ कि उन्होंने सही खिलाड़ी को चुना है या नहीं। लेकिन उन्होंने अपनी काबिलियत साबित कर दी जब Shikhar Dhawan और Jonny Bairstow जैसे स्टार खिलाड़ी विफल हो गए।  (भाषा)
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