अमेरिका का बड़ा फैसला, बंद होंगे आव्रजन सेवा कार्यालय, भारत समेत कई देशों पर होगा असर
वॉशिंगटन। अमेरिका का गृह सुरक्षा मंत्रालय देश से बाहर मौजूद आव्रजन सेवा कार्यालयों को बंद करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसका कहना है कि इन दफ्तरों को बंद करने से जो राशि बचेगी, वह देश के अंदर ही स्थित दफ्तरों में पहले से पड़े काम को बेहतर ढंग से निपटाने में काम आएगी।
अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवाओं की प्रवक्ता जेसिका कोलिंस ने मंगलवार को कहा कि एजेंसी अमेरिका के बाहर 20 देशों में स्थित कार्यालयों को बंद करने के लिए अभी चर्चा के शुरुआती दौर में है। ग्रेट ब्रिटेन, मैक्सिको, दक्षिण अफ्रीका, इटली, भारत, फिलीपीन, चीन एवं अन्य देशों में करीब 70 कर्मचारी काम कर रहे हैं।
कोलिंस ने कहा कि देश से बाहर सेवाओं में किसी तरह की बाधा से बचने के लिए एजेंसी विदेश मंत्रालय के साथ करीब से काम करेगी।
एमनेस्टी इंटरनेशनल एवं ह्मयूमन राइट्स फर्स्ट समेत कई संस्थानों ने इस कदम की यह कहते हुए आलोचना की है कि अंतरराष्ट्रीय कार्यालयों को बंद करने का मतलब है शरणार्थियों के लिए सेवाओं को कम करना। वहीं अमेरिकी गृह सुरक्षा मंत्रालय का कहना है कि शरणार्थी सेवाओं से संबंधित काम इससे प्रभावित नहीं होंगे।