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Written By वेबदुनिया न्यूज डेस्क
Last Updated : शनिवार, 24 अगस्त 2019 (07:42 IST)

क्या मानव जाति प्रलय की ओर बढ़ रही है? भीषण गर्मी, पानी और आग ने इंसानों को दिखाई औकात...

क्या मानव जाति प्रलय की ओर बढ़ रही है? भीषण गर्मी, पानी और आग ने इंसानों को दिखाई औकात... - Fire in the amazon jungles
भीषण गर्मी, विनाशकारी बाढ़ और भयावह आग को देखते हुए यही लगता है कि मानव जाति प्रलय की ओर आगे बढ़ रही है। इंसान जलवायु के साथ इसी तरह खेलता रहा और प्रकृति को नुकसान पहुंचाता रहा तो आने वाली सदियों में इंसानी जिंदगी पर सवालिया निशान खड़ा हो जाएगा।
 
माल्थस का जनसंख्या सिद्धांत : अर्थशास्त्र की किताबों में माल्थस का सदियों पुराना 'जनसंख्या सिद्धांत' आज भी काफी प्रासंगिक लगता है। माल्थस ने लिखा था कि 'यदि मनुष्य ने जनसंख्या पर रोक नहीं लगाई तो इस संतुलन को प्रकृति कायम करेगी।' आज जो कुछ भी दुनिया में हो रहा है, वह कहीं न कहीं जनसंख्या सिद्धांत से जुड़ा हुआ है।
पूरा यूरोप भयानक गर्मी से जला : जुलाई महीने में पूरा यूरोप भयानक गर्मी की चपेट में रहा। यहां तक कि कई इलाकों में इंसान घरों में ही गर्मी की मार नहीं झेल सके और मौत के मुंह में समा गए। जिन देशों में कभी गर्मी नहीं पड़ती थी, वहां चमड़ी जला देने वाली गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया।
 
139 सालों के बाद आया ग्रीष्म का साम्राज्य : नासा की रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई माह पूरी पृथ्वी पर सबसे गर्म महीना दर्ज किया गया जिसमें औसत तापमान 1980 से 2015 तक के वर्षों की गणना के औसत तापमान से 2.34 डिग्री सेल्सियस अधिक था। इस तरह की गर्मी 1880 के बाद पहली बार पड़ी जिसने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए कि हम प्रकृति के साथ कैसा खिलवाड़ कर रहे हैं?
 
भारत में बाढ़ ने मचाई भीषण तबाही : भारत में बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई। घर, पुल, सड़क, पानी में कागज की तरह बहते चले गए और सैकड़ों लोगों की मौत के बाद हजारों करोड़ की संपत्ति नष्ट हो गई। आधा हिन्दुस्तान बाढ़ की चपेट में रहा। जिन जगहों पर कभी अधिक वर्षा नहीं होती थी, वहां बाढ़ के हालात पैदा हो गए। देश के कई इलाके तो अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं और लाखों लोग प्रकृति की इस विनाशलीला को मूकदर्शक की तरह देख रहे हैं।
 
गर्मी, पानी के बाद भयावह आग से दिल दहला : यूरोप की गर्मी, भारत में बाढ़ का कहर और उसके बाद 'हार्ट ऑफ ऑक्सीजन' कहे जाने वाले खूबसूरत दक्षिणी अमेरिकी देश ब्राजील में अमेजन के जंगलों में लगी भीषण आग ने यह साबित कर दिया है कि इंसान भले चांद पर पहुंच जाएं लेकिन प्रकृति के सामने उसकी कोई औकात नहीं है। यदि प्रकृति के साथ इंसानी मनमानी जारी रही तो वह अपना विकराल रूप दिखाने में पीछे नहीं रहेगी।
 
17 दिनों से लगी है अमेजन के जंगलों में आग : अमेजन के जंगलों में पिछले 17 दिनों से भीषण आग लगी हुई है जिस पर अब तक काबू नहीं पाया जा सका है। ब्राजील के 7 राज्य आग से प्रभावित हुए हैं। पिछले 3 दिनों से अमेजन के आसपास के इलाकों में तो दिन में ही अंधेरा-सा छा गया है। ब्राजील का साओ पाउलो भी धुंध की वजह से अंधेरे में डूब गया है।
 
दुनिया में 20 प्रतिशत ऑक्सीजन पैदा होती अमेजन के जंगलों से : दुनिया का सबसे अधिक 'वर्षा वन' कहे जाने वाले अमेजन के जंगलों की आग आगे बढ़ती जा रही है। अमेजन के जंगलों से दुनिया में 20 प्रतिशत ऑक्सीजन पैदा होती है, इसी वजह से इसे 'हार्ट ऑफ ऑक्सीजन' भी कहा जाता है। गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय मीडिया के सामने जब अमेजन के जंगलों की आग की भयावह तस्वीरें सामने आईं, तो सभी दंग रह गए।
 
खेती के लिए जंगल काटे जा रहे हैं : पता चला है कि अमेजन के जंगलों को खेती के लिए धड़ल्‍ले से काटा जा रहा है। इसमें यहां का स्‍थानीय लकड़ी माफिया भी इस षड्यंत्र में शामिल है। पैसा कमाने की भूख के कारण यहां के लोगों ने प्रकृति से खिलवाड़ किया और फिर नतीजा पूरी दुनिया के सामने है।
 
नासा की डरा देने वाली तस्वीरें : अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने भी अमेजन के जंगलों की आग की जो तस्वीर जारी की है, उसमें बहुत बड़ा इलाका आग की चपेट में है। आग पर काबू न पाने की वजह से ब्राजील सरकार की भी आलोचना हो रही है। यही आग दुनिया के पर्यावरण के लिए भी काफी घातक है। राष्‍ट्रपति जायर बोल्‍सोनारो की माइनिंग नीति को भी इसके लिए कसूरवार माना जा रहा है।
 
इस साल 70 हजार से ज्यादा आग की घटनाएं : 2019 में अमेजन के जंगलों में छोटी-बड़ी आग की 72,843 घटनाएं हुई हैं। इन घटनाओं का यह आंकड़ा ब्राजील की स्‍पेस एजेंसी नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ स्‍पेस रिसर्च ने पेश किया है।
 
बॉलीवुड की हस्तियां भी आगे आईं : जिस तरह पूरी दुनिया अमेजन के जंगलों में लगी आग पर चिंता जता रही है तो इसमें बॉलीवुड की हस्तियां भी शामिल हो गईं, जो सोशल मीडिया के जरिए अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रही हैं। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा ने इंस्टाग्राम पर जंगल में लगी आग की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'अमेजन के जंगल बीते हफ्ते से जल रहा है। यह सच में डरावनी खबर है। मैं उम्मीद करूंगी कि मीडिया इस पर ज्यादा अटेंशन दे, #saveamazon'
 
दिशा और अर्जुन ने यह लिखा : अभिनेत्री दिशा पाटनी ने लिखा कि भयावह है अमेजन के जंगल में आग। प्लेनट में 20 प्रतिशत ऑक्सीजन यहां से क्र‍िएट होती है। बीते 16 दिनों से यहां आग लगी हुई है। इस पर कोई मीडिया कवरेज नहीं हो रही है, क्यों?' अभिनेता अर्जुन कपूर ने लिखा, 'अमेजन रेनफॉरेस्ट में आग, ये बहुत ही भयावह खबर है। मैं ये सोच भी नहीं सकता कि इसका असर पूरी दुनिया के पर्यावरण पर क्या होगा? ये बहुत ही दुखद है। #PrayforAmazons'
 
 
पूरी दुनिया को आकर्षित करते हैं अमेजन के जंगल : अमेजन के घने जंगल पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। आप ताज्जुब करेंगे कि अमेजन के जंगलों का फैलाव 9 देशों तक है। इनमें कोलंबिया, वेनेजुएला, इक्‍वाडोर, बोलिविया, गुयाना, सूरीनाम और फ्रेंच गुयाना शामिल हैं। इन जंगलों में कई तो ऐसे इलाके हैं, जहां पर सूर्य देवता के दर्शन तक नहीं होते। इन जंगलों में 400 से ज्यादा आदिवासी जातियां भी हैं, जो खुद को अपने ही दायरे में सीमित किए हुए हैं और इनका बाहरी दुनिया से कोई सरोकार नहीं है।
 
बुलेट चींटी से लेकर जानलेवा टारांटुला मकड़ी : अमेजन के जंगलों की बुलेट चींटियां बहुत कुख्यात हैं। यही नहीं, यहां पर मकड़ियों की 3 हजार से ज्यादा प्रजातियां हैं जिनमें सबसे खतरनाक टारांटुला मकड़ी मानी जाती है। टारांटुला मकड़ी में इतना खतरनाक जहर होता है कि यदि वह काट ले तो इंसान की मौत भी हो सकती है।