सख्त हुआ फेसबुक, लिया यह बड़ा फैसला...
सैन फ्रांसिस्को। सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने दुष्प्रचार फैलाने वालों पर नकेल कसनी शुरू कर दी है। उसने कहा कि आतंकवाद रोधी टीम द्वारा तैयार किए गए नए टूल्स इस्लामिक स्टेट संगठन और अल - कायदा के लिए चरमपंथी प्रोपोगैंडा का तेजी से पता लगा रहे हैं और उसे हटा रहे हैं।
वैश्विक नीति प्रबंधन की उपाध्यक्ष मोनिका बिकर्ट और आतंकवाद रोधी नीति के वैश्विक प्रमुख ब्रायन फिशमैन के अनुसार, फेसबुक ने इस साल के पहले तीन महीनों में आईएस या अल-कायदा से जुड़ी 19 लाख विषय वस्तुओं पर कार्रवाई की।
कंपनी ने कहा कि इस तरह की बड़ी सामग्री हटाई जा रही है। कुछ मामलों में फेसबुक की नीतियों का उल्लंघन करने के लिए पूरा का पूरा प्रोफाइल, पेज या समूह हटाए गए।
बिकर्ट और फिशमैन ने कहा, 'हमने उनके प्रोपोगैंडे को तेजी से और बड़े पैमाने पर पता लगाने और उन्हें हटाने में अहम प्रगति की है।'
उन्होंने कहा कि हम इस भ्रम में नहीं है कि काम हो गया या जो काम हमने किया है वह पर्याप्त है। फेसबुक की आतंकवाद रोधी टीम के सदस्यों की संख्या करीब 10 महीने पहले 150 थी जो अब बढ़कर 200 लोगों की हो गई है।
फेसबुक ने आतंकवाद को राजनीतिक, धार्मिक या वैचारिक लक्ष्य हासिल करने के लिए नागरिक आबादी, सरकार या अंतरराष्ट्रीय संगठन को धमकाने के लिए व्यक्तियों या संपत्ति के खिलाफ पूर्वनियोजित हिंसा के कृत्यों में शामिल किसी भी गैर सरकारी संगठन के रूप में परिभाषित किया है। (भाषा)