तहरीके तालिबान के हमलों से डरी इमरान सरकार कर रही सुलह की कोशिश
इस्लामाबाद। अफगानिस्तान में तालिबान के नियंत्रण के बाद अब तहरीके तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने पाक सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दूसरी ओर इस्लामिक स्टेट खुरासान (ISIS-K) ने पेशावर शहर में जाने-माने सिख हकीम की हत्या की जिम्मेदारी ली है। यह समूह इस्लामिक स्टेट अफगानिस्तान से संबद्ध है।
इस बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने टीआरटी वर्ल्ड को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि उनकी सरकार प्रतिबंधित टीटीपी के कुछ समूहों के साथ समझौते के लिए बातचीत कर रही है।
उन्होंने कहा कि टीटीपी के कुछ समूह जो शांति के पक्षधर हैं, वे हमारी सरकार के साथ बातचीत करना चाहते हैं। इस बीच, पाकिस्तान से अलग पश्तूनिस्तान बनाने की मांग करने वाले टीटीपी ने हाल के दिनों में यहां हमले तेज कर दिए हैं।
इमरान ने कहा कि टीटीपी के सदस्यों को हथियार छोड़ने पर माफ कर दिया जाएगा और वे सामान्य नागरिकों की तरह जीवन जी सकेंगे।
उन्होंने पाक सरकार और टीटीपी के बीच बातचीत में अफगान तालिबान की मध्यस्थता की बात को स्वीकार करते हुए कहा कि चूंकि बातचीत अफगानिस्तान में चल रही है, इसलिए मैं इससे इंकार नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि टीटीपी के साथ समझौता ना हो, लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं।