दो ‘बेगुनाह मुर्गे’ फंसे सट्टे के आरोप में, पुलिस ने भेजा सलाखों के पीछे, नहीं मिल रही जमानत !
कोई इस बात पर यकीन करेगा कि दो मुर्गे सट्टेबाजी कर रहे थे, पुलिस को पता चला तो उन्हें सट्टा लगाने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया गया।
हां, यह बात बिल्कुल सही है। अभी तक आपने सट्टेबाजी के आरोप में इंसानों को गिरफ्तार होते सुना था, लेकिन क्या आपने कभी यह सुना है कि सट्टेबाजी जैसे गंभीर जुर्म के आरोप में मुर्गों को जेल में बंद कर दिया गया हो? तेलंगाना की जेल में 2 मुर्गे इसी आरोप में कई दिनों से बंद हैं।
भारत में अगर किसी को सट्टेबाजी करते हुए गिरफ्तार कर लिया जाता है तो उसकी जमानत भी मुश्किल हो जाती है। आमतौर पर सट्टेबाजी के जुर्म में गिरफ्तार हुए लोगों को तुरंत सलाखों के पीछे भेज दिया जाता है।
तेलंगाना में पुलिस ने दो मुर्गों को गिरफ्तार किया है। उन पर सट्टेबाजी का आरोप लगा है। यह मामला तेलंगाना के खम्मम का है। यहां मिदिगोंडा पुलिस स्टेशन के अंदर ये मुर्गे पिछले एक महीने से लॉकअप में बंद हैं। यहां की पुलिस ने इन्हें 10 जनवरी को पकड़ा था।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मकर संक्रांति के पर्व पर मुर्गों की लड़ाई का खेल चल रहा था। इसी खेल में लोग सट्टा लगा रहे थे। सट्टेबाजी की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। उन लोगों के साथ ही दो मुर्गे और 1 बाइक भी बरामद हुई थी। पुलिस ने उन मुर्गों को भी गिरफ्तार कर लिया। बाद में वे लोग तो जमानत पर रिहा हो गए लेकिन बेचारे मुर्गे जेल में ही फंस गए।
मुर्गों पर अभी तक कोई भी अपना दावा बोलने के लिए नहीं आया है, इसलिए पुलिस ने मुर्गों को मामले के सबूत के तौर पर थाने में बंद रखा हुआ है। पुलिस का कहना है कि इन मुर्गों को मामले की सुनवाई के बाद ही छोड़ा जा सकता है। सुनवाई के बाद जब मुर्गों को छोड़ने का आदेश मिलेगा तो इनकी बोली लगेगी। ज्यादा बोली लगाने वाले व्यक्ति को दोनों मुर्गे दे दिए जाएंगे।