डॉ.जनक पलटा मगिलिगन ने 74 फलदार पौधों को रोपित कर मनाया जन्मदिन
पर्यावरणविद् और समाजसेवी पद्मश्री डॉ.जनक पलटा मगिलिगन का जन्मदिन इस बार एक अलग और खास अंदाज़ में मनाया गया। पिछले कई सालों से जनक दीदी जन्मदिन पर ईश्वर और प्रकृति को धन्यवाद देने के लिए अपनी उम्र के बराबर गिनती के पेड़ लगाती आ रही हैं। इस बार लगाए जाने वाले पौधों की संख्या 74 थी।
पौधों के चयन में भी इस बात का विशेष ध्यान रखा गया कि वे काम पानी में भी पनप सकें और फलदार भी हों जो इंसानों ही नहीं अन्य जीवों के भी काम आ सकें। करंज से लेकर खिरनी और शहतूत से लेकर आम तक के इन पौधों को सनवादिया की पहाड़ी पर लगाने से पहले इस बात की भी रूपरेखा बना ली गई कि इनकी देखभाल कैसे की जाएगी।
इस अवसर पर जनक दीदी ने बताया कि यह ईश्वर के प्रति कृतज्ञता जताने का मेरा अपना तरीका है। ताकि अपने सार्थक, उद्देश्यपूर्ण और फलदायी जीवन के लिए प्रकृति के प्रति आभार प्रकट कर सकूं।
16 फरवरी, 2021 को जन्मदिवस का यह अनूठा आयोजन सनावदिया में उनके निवास गिरिदर्शन के पीछे स्थित दूतनी वाली पहाड़ी पर आयोजित किया गया जिसमें कई प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया।
प्रातः 9 बजे पहले प्रार्थना के साथ इस आयोजन का शुभारंभ हुआ और फिर सभी ने पौधारोपण की शुरुआत की। देशज एवं औषधीय 74 पौधे रोपे जाने की इस बेला में डॉक्टर भारत रावत, डॉक्टर अपूर्व व नीरजा पुराणिक, वाराणसी एयरपोर्ट की डायरेक्टर अर्यमा सान्याल, डेली कॉलेज के प्राचार्य नीरज बेढोतिया, देव कुमार वासुदेवन, प्रेम जोशी, गौतम काळे, सुष्मिता भट्टाचार्य, निक्की सुरेका, जयश्री सिक्का सहित बड़ी संख्या में सभी ने अपना योगदान दिया।
सोलर ऊर्जा और कचरा मुक्त जीवन की दिशा दिखाने वाली जनक दीदी कहती हैं कि मेरे पति और मैं बहाई पॉयनियर होने के नाते अपने हर काम को समाज और प्रकृति से जोड़कर देखते रहे हैं और इसी कड़ी में मेरा यह प्रयास भी शामिल है।
पौधारोपण के बाद सोलर पर ही बने स्वल्पाहार का सभी ने आनंद लिया। लगभग तीन घंटे चले इस कार्यक्रम की सार्थकता यह रही कि और भी प्रतिभागियों को जन्मदिन पर पौधों को लगाने, सहेजने और मौजूदा वृक्षों को बचाने का संदेश मिला। शाम को भी मधुर संगीत कार्यक्रम आयोजित हुआ।