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Last Modified: शुक्रवार, 22 जुलाई 2022 (00:39 IST)

राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में भारी क्रॉस वोटिंग, विपक्षी एकता को लगा बड़ा झटका

राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में भारी क्रॉस वोटिंग, विपक्षी एकता को लगा बड़ा झटका - Heavy cross voting in favor of Draupadi Murmu in the presidential election
नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को कुल 6,76,803 मतों के साथ जीत दर्ज की। उनके प्रतिद्वंद्वी यशवंत सिन्हा को कुल 3,80,177 वोट मिले। क्रॉस वोटिंग से विपक्षी एकता को तगड़ा झटका लगा है।

चौथे चरण की मतगणना के बाद निर्वाचन अधिकारी पीसी मोदी ने मुर्मू के 64.03 फीसदी मतों के साथ चुनाव जीतने की आधिकारिक घोषणा की। सिन्हा को कुल वैध मतों के 36 फीसदी वोट मिले। मुर्मू को 540 सांसदों सहित कुल 2824 मतदाताओं के वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी सिन्हा को 208 सांसदों सहित 1,877 मतदाताओं के वोट मिले।

मतगणना के नतीजों की घोषणा करते हुए निर्वाचन अधिकारी मोदी ने कहा कि निर्वाचन अधिकारी के रूप में मैं द्रौपदी मुर्मू को भारत का राष्ट्रपति घोषित करता हूं। सूत्रों ने कहा कि विपक्षी दलों के 17 सांसदों ने उनके समर्थन में ‘क्रॉस वोटिंग’ की है।

28 प्रतिशत वोट सांसदों ने डाले : राष्ट्रपति पद के चुनाव में पड़े कुल 53 अवैध मतों में से 28 प्रतिशत वोट सांसदों के थे जबकि ‘इलेक्टोरल कॉलेज’ में सांसदों की ओर से डाले गए मतों का योगदान महज 16 प्रतिशत होता है। इस चुनाव में बिहार और छत्तीसगढ़ समेत 13 राज्यों के विधानसभा सदस्यों की ओर से डाला गया एक भी मत अवैध नहीं था।
इलेक्टोरल कॉलेज में कुल 4,809 मत थे जिनमें से 776 (16 प्रतिशत) सांसदों के थे। राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 18 जुलाई को ज्यादातर सांसदों ने मतदान किया था। कुल 53 अवैध मतों में से 15 सांसदों के थे, पंजाब और मध्य प्रदेश से एक-एक तथा दिल्ली, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और महाराष्ट्र से चार-चार मत थे।
125 विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग विभिन्न राज्यों के कई विधायकों ने अपने दलों के रुख के विपरीत जाकर राष्ट्रपति पद के चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया और उन्हें विपक्षी खेमे के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को पराजित करने में मदद की।
भाजपा के सूत्रों ने दावा किया कि 125 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। मतगणना में भी सामने आया है कि मुर्मू को 17 सांसदों की क्रॉस वोटिंग का लाभ मिला। असम, झारखंड और मध्यप्रदेश के विपक्षी दलों के विधायकों की अच्छी खासी संख्या ने भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया।
असम के 22 और मध्य प्रदेश के 20 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। बिहार और छत्तीसगढ़ के छह-छह, गोवा के चार और गुजरात के 10 विधायकों ने भी क्रॉस वोटिंग की होगी।(एजेंसियां)
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