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बच्चे ने लिया है 15 अगस्त के कार्यक्रम में भाग तो ऐसे बढ़ाएं आत्मविश्वास

independence day 2023
independence day 2023
हर साल 15 अगस्त को भारत अपना आजादी का जश्न मनाता है। 200 साल ब्रिटिश हुकूमत से संघर्ष करने के बाद 15 अगस्त 1947 को भारत स्वतंत्र हुआ था। इस दिन पूरे देश में हर्ष और उल्लास का माहौल होता है। साथ ही हर स्कूल, कॉलेज, प्राइवेट एवं सरकारी संस्था में इस दिन कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। अगर आपके बच्चे ने भी  independence day 2023 के कार्यक्रम में भाग लिया है तो आप इन तरीकों से उसका उत्साह बढ़ा सकते हैं। चलिए जानते हैं कुछ ज़रुई टिप्स के बारे में...
 
1. बच्चे की तारीफ करें: बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए उसके प्रयासों की तारीफ करें। तारीफ करने से बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ेगा और बच्चा बेहतर प्रयास करने की कोशिश करेगा। तारीफ करने से बच्चे को फॅमिली सपोर्ट मिलेगा जिससे वेह कार्यक्रम के लिए उत्सुक और मोटीवेट रहेगा।
 
2. दबाव न डालें: किसी भी प्रतियोगिता में जीतने के लिए बच्चे पर दबाव न डालें। बच्चे की बेहतर परफॉर्मेंस के लिए मोटिवेट करने और दबाव डालने में बहुत फर्क होता है। दबाव के कारण बच्चा स्ट्रेस फील करेगा और परफॉर्मेंस के समय नर्वस भी हो सकता है। आप बच्चे को उसकी परफॉर्मेंस एन्जॉय करने के लिए मोटिवेट करें और सीखने के लिए प्रेरित करें।
independence day 2023
3. दूसरों से तुलना न करें: कई बार पेरेंट्स अपने बच्चे की दूसरों से तुलना करते हैं। ऐसा करने से आपके बच्चे का मनोबल कम हो सकता है। साथ ही ये व्यवहार आपके बच्चे के लिए उचित नहीं है। भविष्य में बच्चा खुद अपनी तुलना दूसरों से करना सीखेगा। आप अपने बच्चे को खुद से बेहतर बनने के लिए कह सकते हैं या अपनी परफॉरमेंस में सुधार के लिए बोल सकते हैं।
 
4. प्रैक्टिस के लिए समय दें: अच्छी परफॉर्मेंस के लिए प्रैक्टिस करना बहुत ज़रूरी है। आप अपने बच्चे को प्रैक्टिस का समय दें। बच्चे को दुसरे काम में न उलझाएं और उसे प्रैक्टिस के लिए कहें। साथ ही अगर बच्चा घर में प्रैक्टिस करता है तो प्रैक्टिस के समय बच्चे पर ध्यान दें और उसकी गलतियां सुधारें। साथ ही उसकी तारीफ भी करें।
 
5. श्रमता के अनुसार प्रैक्टिस: आप अपने बच्चे को श्रमता के अनुसार ही प्रैक्टिस करवाएं। ज्यादा बच्चे पर दवाब डालना सही नहीं है। साथ ही अगर बच्चा कुछ चीज़ें ठीक से नहीं कर पा रहा है तो जबरजस्ती न करें और बच्चे के स्ट्रोंग पॉइंट पर ध्यान दें।